जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोरोना महामारी ने जीवन के प्रति हमारी सोच बदली है और भौतिकतावाद की ओर तेजी से बढ़ रहे हमारे कदमों को थामा है।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा सुखी एवं समृद्ध जीवन विषयक पांच दिवसीय कार्यशाला में ई-प्रमाण पत्र वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि हम ऐसे विषयों पर चर्चा करें जिनसे सुखी और समृद्ध जीवन की तरफ बढ़ा जा सके। जब तक हम आदर्श जीवन मूल्यों को नहीं अपनाएंगे, हमारा जीवन खुशहाल नहीं हो सकता। ऐसे में जरूरी है कि विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनका चरित्र निर्माण भी हो।
गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौती को हमने अवसर के रूप में लेते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत किया है। इसी तरह के नवाचार हर क्षेत्र में किए जाएं। उन्होंने कहा कि आज अर्थव्यवस्था बेहद नाजुक दौर में है। लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है।
हमें यह सोचना है कि जरूरतमंद लोगों को किस तरह संबल दिया जाए। इस दिशा में ऐसी कार्यशालाएं महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। साथ ही, ऐसे समय में लोगों को जागरूक करने में शिक्षाविदों, लेखकों एवं पत्रकारों की बड़ी भूमिका है।