जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर प्रदेश के बुजुर्गों एवं दिव्यांगों को कोरोना जांच, उपचार में प्राथमिकता दिए जाने एवं इनके वैक्सीनेशन की व्यवस्था घर के पास ही कराए जाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है।
डॉ. पूनियां ने पत्र में कहा कि कोविड प्रबन्धन से जुडे़ शीर्ष विशेषज्ञों के अनुसार उम्रदराज, बुजुर्ग लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा सर्वाधिक है वैश्विक महामारी कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर में प्रदेश में कई बुजुर्ग लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है, इस तथ्य के बाद भी राज्य में बुजुर्ग एवं दिव्यांगों को वैक्सीनेशन में सहूलियत नहीं दी जा रही है।
उम्र ज्यादा होने के कारण बुजुर्ग लोगों को चलने-फिरने में परेशानी होती है, ऐसे में वैक्सीनेशन केन्द्र पर अधिक समय तक लम्बी कतार में भी लगना पड़ता है, जिसके कारण इम्युनिटी कमजोर होने से बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना रहता है।
कोरोना संक्रमण की भयावहता को दृष्टिगत रखते हुये परिजन भी बुजुर्ग लोगों को वैक्सीनेशन केन्द्र तक ले जाने का खतरा नहीं उठा रहे हैं, ऐसे में प्रदेश में अनेक बुजुर्ग लोग ऐसे हैं, जिनको वैक्सीन की अभी तक एक भी डोज नहीं लग सकी है, जबकि इन बुजुर्गो का वैक्सीनेशन किया जाना अत्यन्त आवश्यक है, वहीं दूसरी ओर दिव्यांगों को भी वैक्सीनेशन केन्द्र पहुंचकर वैक्सीनेशन करवाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि वैक्शीनेशन केन्द्रों की संख्या सीमित होने एवं ज्यादातर केन्द्र एक किमी से अधिक दूरी पर होने व कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू पाबंदियों के कारण दिव्यांग वैक्सीनेशन केन्द्रों पर जाने में असमर्थ हैं। ज्यादातर वैक्सीनेशन केन्द्रों पर दिव्यांगों के लिये रैंप जैसी व्यवस्था नहीं है।
डॉ. पूनियां ने गहलोत से आग्रह किया कि बुजुर्गो एवं दिव्यांगों को कोरोना जांच एवं उपचार में प्राथमिकता देने के साथ वैक्सीनेशन में सहूलियत प्रदान कराते हुए घर के पास ही विद्यालयों, सामुदायिक केन्द्रों, ग्राम पंचायत केन्द्रों आदि में वैक्सीनेशन केन्द्र बनाकर वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जाए, जिससे इनका जल्द से जल्द वैक्सीनेशन हो सके एवं इन्हें कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।