मुंबई। चीन में कोरोना वायरस फैलने से दुनिया भर के शेयर बाजारों में बिकवाली रही और घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को करीब आधा फीसदी टूटकर दो सप्ताह के निचले स्तर पर आ गये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 205.10 अंक यानी 0.49 प्रतिशत की गिरावट में 41,323.81 अंक पर बंद हुआ। यह 09 जनवरी के बाद का निचला स्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 54.70 अंक यानी 0.45 प्रतिशत लुढ़ककर 08 जनवरी के बाद के निचले स्तर 12,169.85 अंक पर आ गया।
चीन में कोरोना वायरस फैलने की सरकारी पुष्टि के बाद निवेशकों ने पूँजी बाजार में निकासी शुरू कर दी। विदेशों में भी शेयर बाजारों में गिरावट रही। एशिया में जापान का निक्की 0.91 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.01 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.41 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 2.81 प्रतिशत लुढ़क गया। शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.43 प्रतिशत की फिसल गया।
बिजली, धातु, ऑटो, रियलिटी और यूटीलिटी समूहों में एक से डेढ़ फीसदी के बीच गिरावट रही। सिर्फ दूरसंचार में ही दो प्रतिशत की उल्लेखनीय तेजी रही। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील में तीन प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा में करीब ढाई प्रतिशत और मारुति सुजुकी तथा एशियन पेंट्स में दो प्रतिशत की नरमी रही।
विदेशों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों पर आरंभ से ही दबाव रहा। सेंसेक्स 41.34 अंक की गिरावट के साथ 41,487.57 अंक पर खुला। कुछ देर बाद थोड़ी बढ़त के साथ यह 41,532.59 अंक तक चढ़ने में कामयाब रहा, लेकिन इसके बाद तुरंत लाल निशान में चला गया। कारोबार की समाप्ति से पहले 41,294.30 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस के मुकाबले 205.10 अंक नीचे 41,323.81 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी 31.25 अंक लुढ़ककर 12,195.30 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 12,230.05 अंक के दिवस के उच्चतम और 12,162.30 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 54.70 अंक टूटकर 12,169.85 अंक पर रहा।
मझौली कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.21 प्रतिशत की गिरावट में 15,586.67 अंक पर बंद हुआ। छोटी कंपनियों का सूचकांक स्मॉलकैप 0.59 अंक की नगण्य बढ़त में 14,651.76 अंक पर पहुँच गया। बीएसई में कुल 2,674 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,396 के शेयर लाल निशान में और 1,107 के हरे निशान में रहे जबकि 171 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत अपरिवर्तित बंद हुये।
बीएसई के समूहों में बिजली में 1.47 प्रतिशत, रियलिटी में 1.44, धातु में 1.32, ऑटो में 1.24 और यूटिलिटीज में 1.04 प्रतिशत की गिरावट रही। इनके अलावा सीडीजीएंडएस, एफएमसीजी, बुनियादी वस्तुओं, वित्त, स्वास्थ्य, इंडस्ट्रियल्स, आईटी, बैंकिंग, पूँजीगत वस्तुओं, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद और तेल एवं गैस समूहों के सूचकांक भी टूटकर बंद हुये। दूरसंचार समूह में 2.12 फीसदी की तेजी रही।
सेंसेक्स में टाटा स्टील ने सबसे ज्यादा 3.01 प्रतिशत का नुकसान उठाया। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 2.42 प्रतिशत, मारुति सुजुकी के 2.10, एशियन पेंट्स के 2.07, पावरग्रिड के 1.95, आईटीसी के 1.49, एक्सिस बैंक के 1.24, टाइटन के 0.91, एचडीएफसी बैंक के 0.86, एनटीपीसी के 0.85, इंफोसिस और नेस्ले इंडिया दोनों के 0.84, एचसीएल टेक्नोलॉजीज के 0.83, आईसीआईसीआई बैंक के 0.72, हीरो मोटोकॉर्प के 0.55, एलएंडटी के 0.53, सनफार्मा के 0.50, बजाज ऑटो के 0.47, बजाज फाइनेंस के 0.32, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 0.28 और भारतीय स्टेट बैंक के 0.10 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर सर्वाधिक 0.50 प्रतिशत चढ़े। कोटक महिंद्रा बैंक में 0.46 प्रतिशत, भारती एयरटेल में 0.41, एचडीएफसी में 0.37, इंडसइंड बैंक में 0.36, ओएनजीसी में 0.33, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.13, टेक महिंद्रा में 0.08 और टीसीएस में 0.06 प्रतिशत की तेजी रही।