नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के बत्रा अस्पताल में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के कारण शनिवार को 12 मरीजों की मौत हो गई।
अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ एससीएल गुप्ता ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी और समय पर इसकी आपूर्ति न होने के कारण आज 12 मरीज अपनी जान गंवा बैठे। उन्होंने कहा कि हमने ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था का प्रयास किया, लेकिन मरीजों की जान नहीं बच सकी। मृतकों में अस्पताल के गैस्ट्रोइन्टेरोलॉजिस्ट डॉ आरके हिमथानी भी शामिल हैं।
अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉ सुधांशु बनकटा ने कहा कि अस्पताल दिल्ली सरकार के संपर्क में है और ऑक्सीजन टैंकर मंगवाया है। इस बीच दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने अपने ट्वीट में कहा कि तरल मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाला हमारा एसओएस क्रायोजेनिक टैंकर पांच मिनट के भीतर बत्रा अस्पताल पहुंच रहा है।
यह पहला मौका नहीं है जब दिल्ली में ऑक्सीजन की कथित कमी के कारण मरीजों की मौत हुई है। इससे पहले सर गंगा राम और जयपुर गोल्डन अस्पताल में कम से कम 45 मरीजों की जानें जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि उद्योगमुक्त क्षेत्र होने के कारण दिल्ली में ऑक्सीजन संयंत्र नहीं है और तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए यह पूरी तरह से केंद्र तथा अन्य राज्यों पर निर्भर है। कोरोना की दूसरी लहर ने दिल्ली को बुरी तरह प्रभावित किया है, कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण यहां अस्पतालों में जगह नहीं है और जीवनरक्षक ऑक्सीजन की काफी किल्लत हो रही है।