अजमेर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अजमेर में करीब पांच महीने से ज्यादा समय से बंद धार्मिक स्थल पुष्कर के विश्व विख्यात जगतपिता ब्रह्मा मंदिर तथा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को आज आम लोगों के लिए खोल दिया गया।
सुबह से ही कोरोना की सरकारी गाइडलाइन का से पालन किया जा रहा है। ब्रह्मा मंदिर में भारी पुलिस जाब्ते के बीच सुबह पांच बजे उपखंड अधिकारी दिलीप सिंह राठौड़ की मौजूदगी में मंगला आरती की गई और उसके बाद से सोशल डिस्टेसिंग की पालना के बीच श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया। ब्रह्मा मंदिर पर गोले बनाकर पर्याप्त दूरी के साथ एक एक कर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है और वे ब्रह्माजी के दर्शन कर पा रहे हैं।
इसी तरह सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह भी सुबह खोल दी गई। दरगाह के आस्ताने पर भी अकीदतमंदों के बढ़ी संख्या में पंक्तिबद्ध हाजिरी लगाकर जियारत करने का सिलसिला शुरू हो गया।
दरगाह शरीफ में अकीदतमंदों को निजाम गेट से प्रवेश करा बुलंद दरवाजे के नीचे सोनचिराग होते हुए संदली मस्जिद के सामने से होकर आस्ताना शरीफ तक भेजा जा रहा है। परवरदिगार की बारगाह में अकीदतमंद दुआ कर स्वयं को खुश नसीब महसूस कर रहे हैं। दरगाह कमेटी, दोनों अंजुमनों से जुड़े खादिम तथा पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं को अंजाम देने में जुटे हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की सरकारी गाइडलाइन के तहत जहां दरगाह शरीफ में चादर एवं फूल पेश करने की इजाजत नहीं है। वहीं ब्रह्मा मंदिर में भी माला, प्रसाद ले जाने पर प्रतिबंध है तथा घंटियों के साथ किसी भी वस्तु को हाथ लगाने से मना किया जा रहा है।