अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिला प्रशासन ने बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम में एक नया कदम उठाते हुए सात दिनों में में पूरे अजमेर जिले का सर्वे कराने का निर्णय लिया है। अजमेर के अतिरिक्त कलेक्टर प्रथम कैलाशचंद्र शर्मा ने आज सभी उपखंड अधिकारियों के साथ चिकित्सा विभाग की बैठक में यह निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि सर्वे में चिकित्सा महकमे के लोग, आशा सहयोगिनी आदि घर घर जाकर खांसी जुखाम, बलगम जैसे मरीजों को चिन्हित कर घर पर ही उन्हें दवा उपलब्ध कराएंगे ताकि ऐसे मरीज अस्पताल अथवा चिकित्सकों की ओर न भागे और घर पर ही आराम कर उपचार हासिल करें। इसके पीछे यह भी मकसद है कि अस्पताल पहुंच रहे मरीजों पर अंकुश भी लगे ताकि बेवजह भीड़ एकत्रित न हो।
संभाग में 1407 नए संक्रमित मिले
उधर, आज अजमेर संभाग में 1407 नए कोरोना संक्रमित मरीज रिकॉर्ड में दर्ज किए गए जबकि सात की मृत्यु हुई। सबसे ज्यादा अजमेर जिले से 630 नए संक्रमित मरीज दर्ज हुए और चार की मृत्यु हुई, भीलवाड़ा जिले में 411 संक्रमित दर्ज हुए। यहां आज एक भी मृत्यु नहीं हुई। इसके अलावा नागौर जिले से 178 मरीज सामने आए तो एक की मृत्यु हुई तथा टोंक जिले से 188 मरीज सामने आए और यहां दो की मृत्यु रिकॉर्ड में दर्ज की गई।
अजमेर जिले में कोरोना के जन अनुशासन पखवाड़े के बावजूद बढ़ते केसों के मद्देनजर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने सख्ती बनाई हुई है। मंगलवार को इंसीडेंट कमांडरो ने तीन विवाह समारोह स्थलों को सीज कर 25-25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया।