चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा है तथा 2710 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद सोमवार को संक्रमितों की संख्या 62000 के पार पहुंच गयी।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 54.94 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.27 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 62087 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 37 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 794 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 1358 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 34112 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 27181 सक्रिय मामले हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु रविवार को देश में महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर आ गया था लेकिन आज दिल्ली का आंकड़ा नहीं आने से पहले तक यह फिर से दूसरे स्थान पर पहुंच गया। दिल्ली में रविवार को संक्रमितों की संख्या 59747 हो गयी जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 2176 पहुंच गई थी।
इस बीच, तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में व्यापक बढ़ोतरी को देखते हुए राजधानी चेन्नई तथा इससे सटे तीन जिलों में 19 से 30 जून तक कड़े प्रतिबंधों के साथ पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1580 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 42752 हो गयी है जो आज रात जारी गुजरात राज्य के आंकड़ों से अधिक ही है। संक्रमण के मामले में तीसरे स्थान पर स्थित गुजरात में कुल 27880 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 22 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 620 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 869 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 23756 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.56 फीसदी है जबकि मृत्यु दर महज 1.45 फीसदी है।
चेन्नई में कुल 18376 मामले सक्रिय हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।