जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने कहा कि राज्य में वर्तमान में चार हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं और आने वाले दिनों मे दस हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की योजना पर विभाग काम कर रहा है।
डॉ. शर्मा ने आज यहां बताया कि सरकार का पूरा ध्यान टेस्टिंग पर है। जितनी ज्यादा टेसिं्टग होगी उतनी ही जल्द हम कोरेाना को नियंत्रित कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि पहली खेफ में 10 हजार रैपिड टेसिं्टग किट हमें मिल गई हैं। दूसरी खेप में एक लाख 25 हजार चिकित्सा विभाग को और मिल जाएंगी।
उन्होंने बताया कि हालांकि यह एंटीबॉडी टेस्ट है लेकिन इसमें पॉजीटिव आते ही हम उसका पीसीआर टेस्ट करेंगे। उन्होंने बताया कि लंबित जांचों को निपटाने के लिए स्वयं मुख्यंमत्री ने उन सैंपल्स को दिल्ली की प्राइवेट लैब भेजना तय किया ताकि वास्तविक पॉजीटिव केसेज का पता का चल सके।
डॉ. शर्मा ने बताया कि जब मार्च में पहला कोरोना पॉजीटिव केस आया था तब प्रदेश में एक भी जांच केंद्र नहीं था लेकिन मुख्यमंत्री के विजन के चलते प्रदेश में आठ जगहों पर जांच केंद्र विकसित किए गए। टेसिं्टग की क्षमता से बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं आने वाले दिनों में प्रदेश के सभी 33 जिलों में टेसिं्टग सुविधा विकसित करने का भी लक्ष्य रखा गया है ताकि कोरोना या कोई भी अन्य बीमारियों का तुरंत जांच हो सके और स्थिति अविलंब नियंत्रित किया जा सके।