नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते हुए प्रकोप से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने देश भर में मंगलवार आधी रात से अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का आदेश जारी किया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शाम आठ बजे राष्ट्र के नाम संबोधन में इसका ऐलान किया था। हालांकि सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि इस दौरान सभी अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी और लोगों को रोजमर्रा की चीजों की दिक्कत नहीं होगी।
मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि यह आदेश प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में लिया गया था। इसका उद्देश्य कोरोना की महामारी से निपटने के लिए देश भर में एक समान उपाय लागू करना है।
बैठक में यह निर्णय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 6 (2) (1) के तहत लिया गया है। बाद में गृह मंत्रालय ने इसी अधिनियम की धारा 10 (2) (1) के तहत इस निर्णय को लागू करने के लिए आदेश जारी किया। आदेश में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इस निर्णय को लागू करने को कहा गया है।
इसके तहत सभी देशवासियों को अगले 21 दिनों तक घरों में ही रहना है और परस्पर सामाजिक दूरी बनाकर रखनी है। इससे कोरोना वायरस की संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सकता है।
प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद कई जगहों पर दुकानों से सामान खरीदने वालों की लंबी लाइन लग गई। इस पर मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लोगों को हड़बड़ी में खरीदारी से बचना चाहिए क्योंकि सभी अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। रविवार के जनता कर्फ्यू के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए देश भर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का निर्णय लिया है।
गृह मंत्रालय के अनुसार लॉकडाउन का नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिसमें एक से दो वर्ष की जेल के अलावा कुछ मामलों में जुर्माने का भी प्रावधान होगा।
देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के मामले पांच सौ के पार पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों में बताया गया है कि देश में अब तक 536 मरीजों में ‘कोविड-19’ के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है, 40 लोग इस बीमारी से पूरी तरह उबरकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं जबकि 469 मरीजों का इलाज चल रहा है।
देश में कोरोना के पुष्ट मामलों में 476 भारतीय और 43 विदेशी नागरिक हैं। अब तक 24 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों तक इस महामारी का संक्रमण फैल चुका है।
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