नई दिल्ली। भले ही कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के सर्वाधिक मामले वाले देशों की सूची में भारत सातवें स्थान पर आ गया है और संक्रमितों की संख्या 2.14 लाख के पार पहुंच गई है लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी जबरदस्त इजाफा हो रहा है और यह दर बुधवार को 48.28 फीसदी हो गई जबकि मृत्यु दर 2.80 प्रतिशत रही।
कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर मंगलवार को 48.36 फीसदी रही थी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.79 प्रतिशत रही। सोमवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 48.42 फीसदी पहुंच गयी थी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.86 प्रतिशत रही।
रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 47.62 फीसदी थी जबकि मृत्यु दर केवल 2.83 प्रतिशत रही। इससे पहले शनिवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 46.88 फीसदी जबकि मृत्यु दर केवल 2.84 प्रतिशत रही थी।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस के 214664 मामलों की बुधवार की रात तक पुष्टि हो चुकी है। आज सुबह यह संख्या 207615 थी। अब तक कुल 103641 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि 6028 लोगों की मौत हो चुकी है। अन्य 104984 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
देश में इस समय कुल 688 प्रयोगशालाएं कोरोना की जांच में लगी हुई हैं जिनमें 480 सरकारी और 208 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाएं हैं। अभी तक कोरोना के 4103233 नमूनों की जांच की जा चुकी है और कल 137158 नमूनों की जांच की गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में इस समय 952 कोविड समर्पित अस्पताल हैं जिनमें 166332 आइसोलेशन बिस्तर, 21393, आईसीयू बिस्तर तथा 72762 ऑक्सीजन की सुविधा वाले बिस्तर हैं। इसके अलावा 2391 डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर हैं जिनमें 134945 आइसोलेशन बिस्तर, 11027 आईसीयू बिस्तर और 46875 ऑक्सीजन सुविधा युक्त बिस्तर हैं। केन्द्र सरकार ने विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को 125.28 लाख एन-95 मॉस्क और 101.54 पीपीई किट्स उपलब्ध करा दी हैं।
भारत में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 15 अप्रैल को 11.42 प्रतिशत, तीन मई को 26.59 प्रतिशत,18 मई को 38.29 प्रतिशत थी और इसके बाद इसमें सुधार होता गया और आज यह बढ़कर 48.31 प्रतिशत हो गई है।
विश्व के 14 देशों में जहां कोरोना के मामले अधिक देखे गए हैं उनकी आबादी भारत के बराबर ही है लेकिन उनमें भारत से 22.5 प्रतिशत अधिक कोरोना के मामले देखे गए हैं और मौतों का आंकड़ा भारत से 55.2 प्रतिशत अधिक है। अगर पूरे विश्व में मौतों का प्रतिशत देखा जाए तो विश्व में यह औसत 6.13 प्रतिशत है और भारत में इस समय 2.80 प्रतिशत है जो पूरे विश्व में सबसे कम है।
अगर प्रति लाख आबादी के हिसाब से कोरोना मौतों का आंकड़ा देखा जाए तो पूरे विश्व में यह 4.9 प्रतिशत है लेकिन भारत में यह मात्र 0.41 प्रतिशत प्रति लाख है और बेल्जियम जैसे देश में यह दर 82.9 प्रतिशत प्रति लाख है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) ने पिछले दो माह से कोरोना परीक्षण की क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दिया है और अब हर राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना की परीक्षण सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। इस समय देश में 688 प्रयोगशालाएं कोरोना की जांच मे लगी हैं। मार्च माह में हमारी टेस्टिंग क्षमता 20 से 25 हजार प्रतिदिन की थी जो अब बढ़कर सवा लाख प्रतिदिन हो गई है।
सरकार अब कोरोना की जांच के लिए ट्रूनेट प्लेटफार्म का इस्तेमाल कोरोना की जांच के लिए कर रही है। यह तपेदिक के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और यह कोरोना के लिए कंफर्मेटरी टेस्ट है तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और जिला स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध है । इससे टेस्टिंग की क्षमता बढ़ गई है। इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि इसमें ‘बॉयो सेफ्टी’ की कोई अधिक जरूरत नहीं है।
इसके अलावा जीन एक्सपर्ट प्लेटफार्म से टेस्ट करने की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है और इसके लिए नई मशीन भी आर्डर की गई है। यह भी जिला स्तर पर उपलब्ध है। देश में भारतीय आरएनए एक्सट्रेक्शन किट्स काफी संख्या में उपलब्ध हैं।
देश में कोरोना के संक्रमण का पता लगाने के लिए सीरो सर्वेक्षण किया जा रहा है और यह देश के 71 जिलों में जारी है। इसके नतीजे इस हफ्ते या अगले हफ्ते तक आ जाने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र इस महामारी से देश में सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
राज्य में पिछले 24 घंटों में 2560 नये मामले सामने आये हैं और 122 लोगों की मौत हुई है जिसके साथ ही राज्य में इससे प्रभावित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 74860 तथा इस जानलेवा विषाणु से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2587 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 996 लोग रोगमुक्त हुए है जिससे स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 32329 हो गई है।
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में तमिलनाडु दूसरे नंबर पर है, जहां संक्रमितों की संख्या 25872 पर पहुंच गयी है तथा 208 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 14316 लोगों को उपचार के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
कोरोना के कारण राष्ट्रीय राजधानी की भी स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है और देश में दिल्ली संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर है। दिल्ली में 23645 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 615 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 9542 मरीजों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
इसके बाद कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में देश का पश्चिमी राज्य गुजरात है। गुजरात में अब तक 18117 लोग इससे संक्रमित हुए हैं तथा 1122 लोगों ने जान गंवाई है। इसके अलावा 12212 लोग इस बीमारी से उबरने में कामयाब हुए हैं। राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जोरों पर है और यहां संक्रमितों की संख्या 9652 हो गई है तथा 209 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6744 लोग पूरी तरह ठीक हुए हैं।
आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ अब छठे स्थान पर आ गया है। राज्य में अब तक 8729 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं तथा 229 लोगों की मौत हुई है जबकि 5176 लोग इससे ठीक हुए हैं।
सातवें स्थान पर स्थित मध्य प्रदेश में 8588 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं तथा 371 की इससे मौत हो गयी है जबकि 5445 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। पश्चिम बंगाल में 6508 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 345 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक 2580 लोग ठीक हुए है।
दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 3971 और कर्नाटक में 4063 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इन राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या क्रमश: 68 और 53 है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2857 हो गई है और 34 लोगों की मृत्यु हुई है।
इसके अलावा पंजाब में 47, बिहार में 25, हरियाणा में 23, केरल में 11, ओडिशा में नौ, उत्तराखंड में सात, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में पांच, चंडीगढ़ में पांच, असम में चार तथा छत्तीसगढ़, लद्दाख और मेघालय में एक-एक व्यक्ति की इस महामारी से मौत हुई है।