पुष्कर। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के खौफ के बीच पुष्कर से विदेशी मेहमानों का पलायन जारी है। कोरोना वायरस की दशहत और लाकडाऊन के चलते सभी देशों के दूतावास अपने नागरिकों को स्वदेश बुला रहे हैं। बुधवार को भी स्क्रीनिंग के बाद इजरायल के 40 और इटली के 21 पर्यटक पुष्कर से रवाना हुए।
तहसीलदार पंकज बड़गुर्जर, सीआई राजेश मीणा और नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी अभिषेक गहलोत की मौजूदगी में सभी विदेशी पर्यटक पुष्कर से रवाना हुए। वहीं दूसरी तरफ तमाम पाबंदियों के बावजूद कुछ विदेशी पर्यटक होटलों से बाहर घूमते नजर आ रहे हैं।
जोगणिया धाम प्रभाती देवी चैरिटेबल ट्रस्ट ने बांटे फूड पैकेट
पुष्कर। जोगणिया धाम प्रभाती देवी चैरिटेबल ट्रस्ट पुष्कर अजमेर की ओर से जरूरतमंदों के लिए चैत्रीय नवरात्रा के दूसरे दिन से फूड पैकेट की व्यवस्था शुरू की गई है। मानवता की सेवा में ट्रस्ट आगामी 21 दिन तक गरीब परिवारों को फूड पैकेट वितरित किए जाएंगे।
इसके लिए ट्रस्ट की ओर से एक समिति का गठन किया गया है। जोगणिया धाम पुष्कर के प्रशान्त वर्मा, पुष्कर नगर पालिका के पूर्व पार्षद संजय जोशी, नगर पालिका पुष्कर के एक प्रतिनिधि साथ रहकर सुबह और शाम का फूड पैकेट का वितरण करवाएंगे।
आईडीएसएमटी कोलोनी पुष्कर अजमेर चुंगी नाके सामने झुग्गी झोपड़ियों में तथा कोलोनी में रह रहे दिहाडी मजदूरों व गरीबों को गुरुवार को फूड पैकेट मुहैया कराए गए। संबन्धित व्यक्तियों की सूची भी नगर पालिका पुष्कर भेज दी है।
लॉकडाउन के चलते हो रही फूलों की बर्बादी, काश्तकार परेशान
पुष्कर। कोरोना संक्रमण के चलते चल रहे लॉकडाउन के चलते धर्मस्थलों में चढ़ने वाले फूलों की बेकद्री हो रही है। फूल फेंकने से काश्तकारों को भारी नुकसान हो रहा है। पुष्कर में होने वाली फूल की खेती पर भी इसका सीधा असर देखा जा रहा है। पुष्कर सहित ग्रामीण इलाको में हजारों बीघा खेतो में खड़ी लाल गुलाब, हजारा, सफेद गेंदी समेत फूलों की फसल खेतों में ही बर्बादी के कगार पर है। किसानों ने बताया कि फूल तोड़ने के लिए मजदूर नहीं आ रहे। अगर फूल खुद तोड़ भी ले तो मंडी बन्द होने से फूलों को बेचना संभव नहीं हो पा रहा। इससे काश्तकारों को भारी नुकसान हो रहा है। फूल मंडी समिति अजमेर सचिव विनोद महावर ने बताया कि जल्द ही राहत की घोषणा नही हुई तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।
कोरोना का खौफ : तीर्थराज पुष्कर से घाटों पर पसरा सन्नाटा
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते तीर्थराज पुष्कर में आम तौर पर श्रद्धालुओं से भरे रहने वाले घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस बार हिन्दू नव वर्ष के शुभारंभ पर गऊ घाट पर होने वाला फूलडोल महोसत्व भी रद्द हो गया। पुरोहितों ने बताया कि उन्होंने सपने में भी इस तरह के हालातों की कल्पना नहीं की थी। इतिहास में पहली बार पुष्कर का नव वर्ष इतना फीका रहा। ना तो किसी चेहरे पर मुस्कान थी और ना ही कोई उत्साह था। सभी भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द हालात सामान्य हो।