चीन के बाद पूरी दुनिया में तेजी फैल रहे कोरोना वायरस करीब 900 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 40 हजार से अधिक इसकी चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायर को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ ब्लॉगर्स ने नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी से जोड़ते हुए कुछ पोस्ट किए हैं।
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट के जरिए इन ब्लॉगर्स ने दावा किया है कि फ्रांस में जन्मे भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने करीब 465 साल पहले ही कोरोना वायरस की भविष्यवाणी कर दी थी।
ट्विटर पर मार्को मलाकारा नाम के एक यूजर ने लिखा कि दुनियाभर में बाढ़, आग और कोरोनो वायरस का कहर वही संकट है जिसकी 465 साल पहले नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की थी।
वहीं एक अन्य यूजर ने स्पैनिश भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा कि 21वीं सदी में आने वाली महामारी ने कदम रख दिया है। ये नास्त्रेदमस की ही एक भविष्यवाणी थी। हम मौत के बेहद करीब है।
कई ऑनलाइन थियोरिस्ट्स का भी यही कहना है कि माइकल डी नास्त्रेदमस ने 15वीं शताब्दी में अपने भविष्यवाणी में एक भयंकर महामारी के फैलने की आशंका जताई थी।
उनकी भविष्यवाणियां रहस्यमयी वाक्यों के रूप में मिलती हैं जिन्हें क्वाट्रेन्स (चौपाई) कहा जाता है। उनकी भविष्यवाणियां पहली बार 1555 में अस्तित्व में आई थीं।
ऑनलाइन थियोरिस्ट्स का दावा है कि नास्त्रेदमस की एक चौपाई, 2:53 में कोरोना वायरस का जिक्र किया गया है। जिसमें समुद्र से सटे एक शहर में बड़ी महामारी फैलने की बात कही गई है। ये महामारी लोगों को मौत के अंजाम तक पहुंचाए बिना नहीं थमेगी।
बता दें कि हुबेई प्रांत पूर्वी चीन का ही एक भू-भाग है। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में जिस शहर का जिक्र किया गया है थियोरिस्ट्स उसे वुहान शहर ही बता रहे हैं। जहां पर समुद्री जीवों के व्यापार की एक मंडी भी लगती है।
इनकी भविष्यावाणियों पर यकीन करने वाले लोगों का कहना है कि नास्त्रेदमस वही इंसान है जिसने 1666 में लंदन की ग्रेट फायर और 1933 में हिटलर के उदय जैसी भविष्यवाणियां की थीं।
चीन में पैदा हुए कोरोना वायरस के मामले दूसरे देशों में भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वायरस को कई मामले फ्रांस, जर्मनी, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, मलेशिया, कंबोडिया, श्रीलंका, यूएई, साउथ कोरिया, वियतनाम, थाईलैंड, कनाडा और नेपाल में भी सामने आए हैं।
उन्होंने अपनी किताब दी प्रोफेसीज में साल 2020 को लेकर आज से करीब 500 साल पहले ऐसी भविष्यवाणी की जो रोंगटे खड़े करने वाली है। उन्होंने 2020 को तबाही का साल भी बताया है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों के मुताबिक, साल 2020 में कई देशों के बीच टकराव बढ़ेंगे। दुनिया के बड़े शहरों में गृह युद्ध जैसे हालात हो जाएंगे। उन्होंने अपनी अपनी भविष्यवाणियों तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई थी। तो क्या साल की शुरुआत में ही अमेरिका और ईरान के बीच छिड़ी जंग से भविष्यवाणी पर मुहर लगती नजर आ रही है?
नास्त्रेदमस वो भविष्यवाणियां, जो सच हुई
उन्होंने फ्रांस की क्रांति और नेपोलियन बोनापार्ट के जन्म से करीब 200 साल पहले बता दिया था। दुनिया भर में सबसे बड़ी तबाही लाने वाले द्वितीय विश्वयुद्ध के बारे में भी उन्होंने आगाह कर दिया था।
नास्त्रेदमस ने करीब 500 वर्ष पहले ही दो विश्व युद्ध के बारे में बता दिया था। जिसमें लाखों लोगों की मौत हो जाएगी। जिसको दुनिया पहले ही देख चुकी है। जिसमें लाखों सैनिकों के साथ आम लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। इसक अलावा दुनिया एटम बम की तबाही भी देख चुकी है। इन युद्धों से देशों की अर्थव्यवस्था, सैन्य ताकते और उद्योग धंधे सब चौपट हो गए थे।
उनकी किताब द प्रोफेसीज की चौपाइयों में ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की मौत और अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की हत्या का भी उल्लेख है।
नास्त्रेदमस ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का संकेत दे दिया था। जिसमें उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या को उनके ही अंगरक्षकों द्वारा करना बताया था।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका में हुए 9/11 हमले का भी वे अपनी प्रेडिक्शन में पहले उल्लेख कर चुके हैं। जो पूर्ण रूप से सच साबित हुई है।
नास्त्रेदमस ने पहले ही बता दिया था कि वर्ष 2020 का जलवायु परिवर्तन से पुरी दुनिया प्रभावित होगी। जिसमें ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और दक्षिण अमेरिका के साथ कई क्षेत्रों में तो प्राकृतिक आपदाएं पहले ही घटित हो चुकी है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इससे पहले अमेजन के जंगलों में लगी आग को भी उनकी भविष्यवाणियों के जोड़कर देख जा रहा है।
इन सभी घटनाओं को देखकर तो लगता है कि 2020 के लिए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां सही थी जिनको हल्के में नही लिया जा सकता है।
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