देश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इस भारत से मरने वालों की संख्या लगभग 50 और संक्रमित लोगों की संख्या 16 सौ से अधिक पहुंच चुकी है।
दिल्ली के जमात से गायब हुए लोगों ने केंद्र सरकार के लॉकडाउन पर पूरी तरह पानी फेर कर रख दिया है। केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार हो कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ने से पहले ही परेशान चल रही थी और अब एक नई समस्या में उलझ गई हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना पॉजिटिव मामलों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। केंद्र से लेकर राज्य सरकारें अब इस कार्यक्रम में शामिल लोगों और उनके संपर्क में लोगों की ट्रेसिंग करने में युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं।
जमात के लोगों से पूरे देश में जानलेवा कोरोना वायरस के फैलने के खतरे ने सरकारों की नींद उड़ा दी है। चारों तरफ ऐसे लोगों की खोज की जा रही है जो जमात के लोगों के संपर्क में आए हैं। सरकार सभी राज्यों में ऐसे लोगों की तलाश कर रही है जो तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुआ हो। हालांकि दक्षिण के राज्य तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में ऐसे लोगों को खोजना और उन्हें क्वारंटीन करने का काम काफी बड़ा है। इन तीनों राज्यों ने कम से कम 2,500 ऐसे लोगों को ट्रैक किया है और इसमें से कई कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।
पुलिस प्रशासन के लिए जमात से गायब हुए लोगों को तलाशना हुआ टेढ़ी खीर
दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात से गायब हुए लोगों को तलाशना पुलिस प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। तमिलनाडु करीब 1,500 लोगों की ट्रैकिंग कर रहा है लेकिन इसमें से 300 लोगों का अभी तक कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। मंगलवार रात तक अधिकारी ऐसे लोगों की तलाश में जुटे थे। राज्य में मंगलवार को 57 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं जिनमें से 50 वो लोग हैं जो जमात में शामिल हुए थे।
आंध्र प्रदेश ने भी ऐसे 711 लोगों की पहचान की है जो जमात में शामिल हुए थे। आंध्र ने 122 लोगों को निजी अस्पतालों में क्वारंटीन कर दिया है। 207 को सरकारी अस्पताल में रखा गया है जबकि 297 को उनके घरों में आइसोलेशन में रखा गया है। अभी 87 लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है। चित्तूर में भी स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 15 लोगों की पहचान की है जो जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
देश के अधिकांश राज्यों से शामिल होने गए थे जमात में
निजामुद्दीन के जमात तबलीगी में देश के विभिन्न राज्यों से मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होने गए थे। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस जमात में भाग लेने के लिए पहुंचे हुए थे। अब इन राज्यों की सरकारें इनको तलाशने में लगी हुई हैं। हालांकि कई लोगों को पुलिस प्रशासन ने ट्रेस कर लिया है लेकिन अभी भी कई लोग ऐसे भी हैं जो कि पकड़ में नहीं आ सके हैं।
उत्तर प्रदेश के आगरा और राजस्थान के जयपुर अजमेर से कई लोगों को ट्रेस किया है। दूसरे लोगों को ऐसे लोगों के संपर्क में आने से भी रोकने की कोशिशें लगातार जारी हैं। दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में भी 855 लोगों की तलाश की जा रही है। इसमें करीब 167 लोगों ने जमात में हिस्सा लिया था और बाकी उनके संपर्क में आए लोग हैं। अभी इसमें से केवल 9 ही मिल पाए हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार