अजमेर। अजमेर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने की निरन्तरता में आगामी 31 मार्च तक जिले के बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को चौदह दिन होम आईसोलेशन में रखा जाएगा। सभी अधिकारी आपसी समन्वय एवं टीम भावना से कार्य करते हुए इस संक्रमण का मुकाबला करेंगे।
कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने सोमवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में आयोजित जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारी, ब्लाक मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं विकास अधिकारियाें की संयुक्त वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान कहा कि इस जिले में ऎसे बाहर से आने वाले व्यक्ति को होम क्वारेनटाईन में रखे जाने के दौरान बाये हाथ की हथेली के पीछे/ यदि बायां हाथ नहीं हो तो दाएं हाथ की हथेली के पीछे चुनाव कार्य में प्रयोग किए जाने वाली अमिट स्याही से प्राउड टू प्रोटेक्ट राजस्थान होम क्वारेनटाईन्ड टिल डेट की मुहर लगाए जाने के निर्देश प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों को होम आईसोलेशन में रखा गया है वहां पर दो शिक्षकों को लगाया जाए। इस दौरान कोई व्यक्ति बाहर घूमें नहीं, यह सुनिश्चित किया जाए।
कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में कोई व्यक्ति भूखा नही सोए इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उनके भोजन की व्यवस्था की जाए। इसके लिए उन्होंने उप निदेशक स्वायत शासन विभाग डॉ. अनुपमा टेलर तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। बेसहारा एवं गरीब लोगों को भोजन की व्यवस्था रसद विभाग द्वारा की जाएगी। ऎसे लोगों को चिन्हित करने के लिए तत्काल कार्य प्रारंभ करने के लिए निर्देशित किया गया। इस कार्य में भामाशाहों का सहयोग भी लिया जा सकता है। उन्होंने श्रम विभाग को भी निर्देश दिए कि फैक्ट्री मालिकों को पाबन्द करें कि वे दिहाडी मजदूरों की मजदूरी काटे नही उन्हें संवेतनिक अवकाश दें। साथ ही उनके भोजन की व्यवस्था भी फैक्ट्री मालिक करें।
धारा 144 की कडाई से हो पालना
कलक्टर ने कहा कि जिले में धारा 144 की कडाई से पालना कराई जाए। अब 20 के बजाए 5 से अधिक व्यक्तियों को जमा नही होने देंगे। उन्होंने कोरोना वायरस के बचाव के लिए उपखण्ड अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे गाडी पर माइक लगवाकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार प्रसार करें। इसके लिए बचाव के उपायों का पम्पलेट हर घर तक पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि बचाव के लिए व्यक्ति को बार-बार अपने हाथ साबुन अथवा सेनेटाइजर से धोते रहना चाहिए।
शहर और गांवों में घर घर हो रहा सर्वे
कलक्टर ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में घर घर जाकर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। जिसका निर्धारित प्रपत्र टीम द्वारा भरा जाएगा। इसमें कोई गंभीर बीमार चिन्हित होता है तो उसकी अलग से सूचना उपखण्ड अधिकारी को दी जाएगी। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की सर्वे टीम में कृषि पर्यवेक्षक को भी जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में कोरेन्टाईन सेंटर चिन्हित करने के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त को प्रभारी तथा अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया। वे कोरेन्टाईन सेंटरों के स्थान को चिन्हित कर कलेक्ट्रेट कार्यालय को सूचित करेंगे।
बैठक में अतिरिक्त कलक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा ने समस्त उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अपने क्षेत्र में कोरेन्टाईन सेंटर बनाने के लिए स्थान का चिन्हीकरण तत्काल कर सूचित करें। जिले में कुल सात हजार बैड का सेन्टर बनाए जाएंगे। इसमें प्रत्येक उपखण्ड क्षेत्र में कम से कम दो सौ व्यक्तियों का कोरेन्टाईन सेंटर का स्थान हो। उन्होंने कहा कि सभी उपखण्ड मुख्यालयों एवं तहसील मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष प्रभावी रूप से कार्य करें। एनएफएसए के लाभार्थियों को खाद्यान्न वितरण के लिए उचित मूल्य की दुकान नियमित रूप से खुली रहे। कही भीड भाड नहीं हो इसकी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड ने कहा कि प्रत्येक विधायक अपने विधायक मद से एक लाख रूपए तक के मास्क एवं सेनेटाईजर दे सकते है। इसके लिए प्रयास करें। वीडियो कांफ्रेसिंग में नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल, अतिरिक्त कलक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, हीरालाल मीणा, अरविन्द कुमार सेंगवा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीर बहादुर सिंह, उपखण्ड अधिकारी अर्तिका शुक्ला, नित्या के, देविका तोमर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।