भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की रोकथाम के लिए उच्च स्तरीय बैठक के बाद सोमवार मध्य रात्रि में भोपाल और जबलपुर जिले में मंगलवार से कर्फ्यू का ऐलान किया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चौहान ने राजभवन में रात्रि नौ बजे शपथ ग्रहण करने के बाद राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन पहुंचकर विधिवत कार्यभार संभाला। इसके बाद उन्होंने उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना से निपटने के उपायों पर चर्चा की।
बैठक के बाद चौहान ने मीडिया से कहा कि सरकार ने भोपाल और जबलपुर में मंगलवार से कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भारी मन से यह अप्रिय निर्णय लेना पड़ रहा है, क्योंकि अभी भी कई लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं।
चाैहान ने कहा कि जबलपुर और भोपाल में कोरोना संक्रमण के प्रकरण सामने आए हैं। प्रशासन ने ऐहतियाती कदम उठाए, लेकिन अभी भी कई लाेग ‘सोशल डिस्टेंस’ और इससे जुड़े प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए दोनों ही जिलों में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कोरोना महामारी को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताते हुए समाज के सभी वर्गों से इस कार्य में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक नागरिकों को खान पान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं हो।
चौहान की इस घोषणा के कुछ देर बाद ही भोपाल जिला कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने जिले की राजस्व सीमा में तत्काल कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी कर दिए। इसके अनुसार अब जिले में कहीं पर भी पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा।
कलेक्टर के आदेश के अनुसार सभी दुकान, शासकीय और अशासकीय कार्यालय, संस्थान बंद रहेंगे। इसके अतिरिक्त लॉकडाउन के समय जारी किए गए आदेशों का भी सख्ती से पालन कराया जाएगा।
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के 52 में से 36 जिलों में लॉकडाउन घोषित किया गया है। इन जिलों में भी नागरिकों से सहयोग करने के लिए कहा गया है।