अजमेर। राजस्थान में विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन के पुत्र एवं उनके उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती को गुरुवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के तहत ऐहतियातन पंद्रह दिन के लिए होम कोरोंटाइन कर दिया गया।
नसीरुद्दीन 15 मार्च को नई दिल्ली में ऑल इंडिया मुस्लिम कौंसिल के सदस्यों के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अजमेर लौटे थे। केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन के अनुसार मार्च में ऐसे ही लोगों की स्क्रीनिंग करके जांच की जा रही है।
हालांकि नसीरुद्दीन की जांच के दौरान उनमें इस तरह का कोई लक्षण नहीं पाया गया लेकिन अजमेर प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग की सलाह पर उन्हें सावधानी बरतते हुए अगले पंद्रह दिनों के लिए होम कोरोंटाइन करने की सलाह दी गई जिसे उन्होंने मान लिया।
नसीरुद्दीन ने इस बात का खंडन किया कि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण हो गया। मीडिया में आई कुछ खबरों को लेकर उन्होंने साफ किया कि दिल्ली से सरकारी स्तर पर आई संदिग्धों की सूची में भी उनका नाम नहीं था। इसके बावजूद उन्होंने खुद अपने स्तर प्रशासन को अवगत कराया कि वे भी निर्धारित दिनांक को दिल्ली में थे।
प्रशासन व चिकित्सा विभाग के निर्देशों का वे फिर भी पूरी तरह पालन करेंगे। उन्होंने आमजन से भी कोरोना वायरस को लेकर सरकारी स्तर पर की जा रही कार्रवाई में पूरा सहयोग करने की अपील की।