बीजिंग/जेनेवा/नई दिल्ली। चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से पैर पसारने वाले जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में विश्व के 101 से अधिक देश आ गए हैं और इससे मरने वालों की संख्या चार हजार से ज्यादा हो चुकी है जबकि 114,422 लोग इस वायरस से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं।
भारत में भी यह धीरे-धीरे फैलने लगा है और 44 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। इन लोगों में केरल के वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा कि अब तक विदेशों से आने वाली 8255 उड़ानों के कुल आठ लाख 74 हजार 708 यात्रियों की हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा चुकी है जिनमें से 1921 के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह हैं। इनमें से 177 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। कुल 33,599 यात्रियों को निगरानी में रखा गया है और 21,867 यात्रियों की निगरानी की अवधि पूरी हो चुकी है। बार्डर पर साढ़े 11 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।
कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है लेकिन अभी भी इससे सबसे अधिक प्रभावित चीन के लोग ही हैं। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों से जुड़े थे।
वर्तमान में संक्रमित लोगों की कुल संख्या आधिकारिक रिपोर्टों से काफी अधिक होने की संभावना है और इस वायरस से संक्रमित होने के कारण चीन में कोरोना से अब तक 3136 लोगों की मौत हो गयी जबकि 80,754 लोग संक्रमित हुए हैैं। चीन के बाद इटली में यह जानलेवा वायरस पूरी तरह से अपने पैर पसार चुका हैं। इटली में कोरोना के कारण अब तक 463 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 7375 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
खाड़ी देश ईरान में भी कोरोना वायरस का कहर जारी है। ईरान में इस वायरस की चपेट में आकर 237 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 7161 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं।
इटली और ईरान के साथ दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक वृद्धि हुई है। दक्षिण कोरिया में काेरोना से अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 7513 लोग इससे संक्रमित हैं। संक्रमित लोगों की संख्या ईरान से भी अधिक है।
चीनी नागरिकों की अच्छी-खासी आबादी वाले देश अमरीका में भी यह गंभीर रूप से फैल चुका है। अमरीका में कोरोना से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 605 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। अमरीका के न्यूयाॅर्क, वाशिंगटन, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा समेत आठ प्रांतों में कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
जर्मनी में दो, फ्रांस में 21, स्पेन में आठ, जापान में छह, इराक में चार, ब्रिटेन, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया एवं हांगकांग मेंं तीन-तीन, स्विट्जरलैंड में दो तथा मिस्त्र, सैन मैरीनो, अर्जेंटीना, फिलीपींस, थाइलैंड और ताइवान मेें एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
इस बीच हांगकांग से जापान के बंदरगाह पर पहुंचे क्रूज शिप (डायमंड प्रिंसेस) पर भी काेरोना का कहर बरपा। उसमें सवार 696 लोगों में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई जबकि सात लोगों की मौत हो गई।
फ्रांस में अब तक 1191 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं जबकि जर्मनी में 1139, जापान मेंं 488, स्पेन में 1204, स्विट्जरलैंड में 332, ब्रिटेन में 319, नीदरलैंड में 321, बेल्जियम मेें 239, स्वीडन में 248, सिंगापुर में 150, नॉर्वे में 147, हांगकांग मेंं 115, ऑस्ट्रिया में 99, चेक गणराज्य में 32, मलेशिया में 99, ऑस्ट्रेलिया में 74, यूनान में 66, कुवैत में 64, कनाडा में 60, इराक में 60, थाईलैंड में 50, बहरीन मेंं 79, मिस्र में 48, आइसलैंड में 53, ताइवान में 45, संयुक्त अरब अमीरात में 45, डेनमार्क में 31, वियतनाम में 31, सैन मैरीनो मेंं 27, क्रूज जहाज (ग्रैंड प्रिंसेस) में 21, इजरायल में 42, ब्राज़ील, आयरलैंड, फिनलैंड में 30, पेरू में छह, अल्जीरिया में 17, ओमान में 16,वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में 19, लेबनान में 41, इक्वेडोर मेंं 14, पुर्तगाल, कतर एवं रूस में 13-13, क्रोएशिया और जॉर्जिया में 12-12, सऊदी अरब में 11, एस्टोनिया एवंं मकाऊ में 10-10 तथा चिली में पांच और अर्जेंटीना में नौ लोग संक्रमित हैं।
घातक कोरोना वायरस के प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने इस संक्रमण की रोकथाम के लिए एक करोड़ 50 लाख अमेरिकी डाॅलर की सहायता की पेशकश की है। इस निधि का इस्तेमाल विशेष रूप से कमजोर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली वाले देशों में किया जाएगा। डब्ल्यूएचओ ने कोरोनो वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए 67 करोड़ 50 लाख डॉलर जुटाने का आह्वान किया है।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस को लेकर उच्चतम श्रेणी का आपातकाल घोषित किया हुआ है। पूरे विश्व में कोरोना के संक्रमण से प्रभावित लोगों में से अब तक 50 हजार लोगों को इससे मुक्ति दिलाई गई है। वर्तमान में संक्रमित लोगों की कुल संख्या आधिकारिक रिपोर्टों से काफी अधिक होने की संभावना है। एक महामारी विज्ञानी ने भविष्यवाणी की है कि दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी अंततः प्रभावित हो सकती है।