जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस से बचने के लिए राज्य सरकार ने इसके प्रति सतर्कता बरतने, लोगों को जागरुक करने, सर्वदलीय एवं सर्वसमाज की बैठक बुलाने के साथ लोगों की जांच सुनिश्चित करने सहित कई कदम उठाये हैं और प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में बताई जा रही है।
राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव एवं लड़ने के लिए मंगलवार को सर्वदलीय एवं सर्वसमाज की बैठक बुलाई गई। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना को लेकर दहशत पैदा नहीं हो, इसलिए सरकार जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरु एवं समाज के जरिए यह संदेश देना चाहती है कि लोगों को आगामी दो-तीन सप्ताह तक भीड़भाड़ से दूर रखना जरुरी है। उन्होंने कहा कि सरकार कोई कर्फ्यू नहीं लगायेगी लेकिन लोगों को स्वयं ऐसा व्यवहार करना होगा जैसे कर्फ्यू लगा है।
उन्होंने कहा कि धर्मगुरु, समाज और जनप्रतिनिधि लोगों में यह संदेश दे कि वे एहतियात बरते और भीड़ में न जाये। उन्होंने हर स्तर पर सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के पाॅजीटिव पाये इटली के दो नागरिक सहित तीन लोग ठीक हो गये हैं और फिलहाल प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने इस बारे में सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना करते हुए कहा कि वे इस महामारी को भगाने में सरकार के साथ खड़े है। चिकित्सा विभाग ने बताया कि हर परस्थिति से निपटने के लिए आपात योजना तैयार है और अब चौबीस घंटों में जांच रिपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध हैं।
कोरोना से बचने के लिए राज्य सरकार पहले ही सभी सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर, जिम, सिनेमाघर एवं थियेटर आगामी तीस मार्च तक बंद रखने के निर्देश दे चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में कई बड़े मंदिरों में आरती, दर्शन, झांकियों की संख्या घटा दी गई है। विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेर दरगाह में आने वाले जायरीनों के लिए हौज से वुजू पर रोक लगा दी गई है और अब नल से वुजू कर सकेंगे। चित्तौड़गढ़ स्थित प्रसिद्ध सांवलियाजी मंदिर में दोपहर बारह से अपराह्न ढाई बजे के बीच श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद की गई है वहीं जैसलमेर के रामदेवरा मंदिर में दिन में तीन बार दर्शन की अनुमति हाेगी।
इसके अलावा राज्य में होने वाले मेले एवं पर्यटक उत्सव आयोजित नहीं किये जायेंगे। करौली के श्रीमहावीरजी मेले के कार्यक्रम एवं कैलादेवी लक्खी मेला स्थगित कर दिया गया हैं। इक्कीस मार्च को सीकर में होने वाला शेखावाटी पर्यटक उत्सव रद्द कर दिया गया। इसी तरह 27-28 मार्च को जयपुर का गणगौर मेला एवं शाहपुरा में होने वाला गणगौर उत्सव नहीं होगा। उदयपुर के मेवाड़ उत्सव एवं नागौर में 27 मार्च से दो अप्रैल तक चलने वाला बलदेव पशु मेला भी आयोजित नहीं किया जायेगा।
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कोरोना के चलते जनसुनवाई को आगामी 31 मार्च तक स्थगित कर दिया। श्री पायलट ने बताया कि कोरोना वायरस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं राज्य सरकार की सलाह-निर्देश का अनुसरण करते हुए उन्होंने अपने निवास स्थान पर होने वाले जनसुनवाई कार्यक्रम को 31 मार्च तक स्थगित कर दिया है।
काेराेना संक्रमण काे राेकने के लिए एक कार्यालयों में बॉयोमेट्रिक उपस्थिति काे बंद कर दिया गया है वहीं उच्च न्यायालय ने आगामी पांच अप्रैल को होने वाले नगर निगम के चुनाव भी छह सप्ताह तक स्थगित करने के आदेश दिये हैं।
इसके अलावा कोरोना वायरस को हराने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी जुटी हुई हैं और इसके प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए उसने जन जागरुकता अभियान की शुरुआत की है।
राज्य में कोरोना वायरस के प्रति पूरी सतर्कता के चलते राज्य की राजधानी जयपुर में एसएमएस अस्पताल में भर्ती चार मरीजों में से तीन को ठीक कर लिया गया। राज्य में कोरोना के एक मरीज का ईलाज चल रहा है। तीन मरीजों के ठीक होने पर राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं चिकित्सा मंत्री डा रघु शर्मा ने खुशी जाहिर करते हुए एसएमएस अस्पताल के चिकित्सकों को बधाई भी दी। हालांकि मंगलवार को आस्ट्रेलिया की दम्पत्ति एवं एक न्यूजीलैंड नागरिक सहित दस नये संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है। उनकी जांच की जा रही है।