जयपुर। राजस्थान में 153 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने के बाद इसकी संख्या बुधवार को 1888 हो गई जबकि एक महिला की मौत हो गई है।
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य की राजधानी जयपुर में 68, अजमेर में 44, टोंक में 17, जोधपुर में 11, कोटा में छह, नागौर में चार, सवाई माधोपुर एवं भरतपुर में एक-एक नया कोरोना पाॅजिटिव मामला सामने आया हैं।
सूत्रों के अनुसार जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती भरतपुर निवासी 64 वर्षीय महिला की मौत हो गई। इस महिला को गत 18 अप्रेल को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसे मिलाकर राज्य में इस वैष्विक महामारी से 27 मौते हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 66 हजार 257 सैंपल लिए जिसमें से 1868 पाॅजिटिव, 58 हजार 552 नेगेटिव तथा पांच हजार 837 की रिपोर्ट आनी बाकी हैं।
जैसलमेर मे फंसे मजदूरों को बसों में किया रवाना
राजस्थान के जैसलमेर में फसल कटाई के लिए जनवरी माह में आए हुए राज्य के विभिन्न जिलों से लाॅकडाउन के कारण फंसे हजारों मजदूरों को वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है।
इसी कड़ी में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 53 बसों एवं अन्य साधनों से करीब बडी संख्या में मजदूरों को मंगलवार और बुधवार रात्रि को देर रात अपने घरों के लिए रवाना किया गया।
राज्य सरकार के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन द्वारा इन मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों के आए हुए दस हजार सेे भी ज्यादा मजदूरों जिन्हें जिले के विभिन्न शेल्टर होम में रखा गया हैं के बारे में केन्द्र सरकार द्वारा कोई निर्णय न करने से इनमें से छुटपुट श्रमिकों का प्रतिदिन पैदल अपने राज्यों की ओर जाने का सिलसिला लगातार जारी है।
कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि अभी तक राजस्थान के बाहर के राज्यों के श्रमिकों के बारे में सरकार से कोई गाईडलाईन नहीं मिली हैं। तब तक उन्हें बनाए गए सेल्टर होम में रखा गया हैं उन्हें भोजन के साथ साथ अन्य सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई है।
उल्लेखनीय है कि जैसलमेर के विभिन्न जिलों में कुल 96 शेल्टर होम है जिसमें करीब तेरह हजार श्रमिकों को ठहराया गया है। इनमें कई में संगीत व अन्य मनोरंजन के साधन के साथ म्यूजिक सिस्टम मुहैया करवाए गए हैं ताकि यह श्रमिक इन आश्रय स्थानों पर रहकर सुकून प्राप्त कर सके।