जयपुर। राजस्थान में 77 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने से इसकी संख्या बढकर आज 2262 हो गई तथा नौ लोगों की मौत हो गई हैं।
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जोधपुर में 11, राजधानी जयपुर में 25, भीलवाडा दो, झालावाड 10, कोटा सात, नागौर तीन, टोंक आठ, चित्तौडगढ सात तथा अजमेर, जैसलमेर, पाली एवं उदयपुर में एक एक कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
इस बीच राज्य में आज इस जान लेवा विषाणु से नौ लोगों की मौत हो जाने के बाद राज्य में इस घातक बीमारी से पचास लोगों की जान जा चुकी है।
विभाग के अनुसार अब तक अजमेर में 124, अलवर में सात, बांसवाडा में 61, बाडमेंर में दो, भरतपुर में 110, भीलवाडा में 35, बीकानेर में 37, चूरू में 14, दौसा 21, धौलपुर मे पांच, डूंगरपुर में छह हनुमारगढ में 11, जयपुर में 833, जैसलमेर में 35, झालावाड 40, झुंझुनूं में 42, जोधपुर में 375, करौली में तीन, कोटा में 165, नागौर में 116, पाली में तीन प्रतापगढ में दो, सवाई माधोपुर में आठ, सीकर मे पांच, टोंक में 123, उदयपुर में छह तथा राजसमंद में एक पाॅजिटिव मरीज सामने आया है।
विभाग के अनुसार अब तक 87 हजार 777 सैंपल लिए जिसमें से 2262 पाॅजिटिव, 80 हजार 830 नेगेटिव तथा चार हजार 685 की रिपोर्ट आनी बाकी हैं।
कोरोना संक्रमण में लगातार आ रही है गिरावट : रघु शर्मा
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए प्रदेश में अब तक 87 हजार से ज्यादा सैंपल लिए जा चुके हैं और संक्रमण में लगातार गिरावट आ रही हैं।
डा शर्मा ने आज कहा कि देश में किसी भी राज्य ने अभी तक इतने सैंपल नहीं लिए हैं। यही वजह है कि प्रदेश में संक्रमण के प्रतिशत में गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि जांच के डेटा के अनुसार कोई दिन ऐसा नहीं बीता होगा जब 3.5 हजार से 5 हजार सैंपल प्रतिदिन नहीं लिए गए हों।
प्रतिदिन का डाटा एकत्रित कर केन्द्र सरकार को भेजा जाता है। प्रदेश में पर्याप्त सैंपलिंग ली जा रही है यही वजह है कि मरीजों के दोगुने होने का ग्राफ 12 दिन हो गया जो पहले आठ दिन था। वहीं राजस्थान के अलावा कई राज्यों में हालात बिगड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुरू से ही सजग और सतर्क हैं। यही वजह रही कि आज हुई वीडियो काॅन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यंमत्री द्वारा कोरोना के दौरान किए प्रबंधन की तारीफ की और अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय बताया।
उन्होंने बताया कि कोरोना के दौरान घोषित लाॅकडाउन पीरियड को चिकित्सा विभाग एक सुअवसर की तरह ले रहा है। इस दौरान प्रदेश में सभी चिकित्सा संस्थानों की व्यवस्थाओं को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्रियों से हुई वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में प्रधानमंत्री ने राजस्थान की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी चिकित्सा संस्थान सभी आधारभूत सुविधाओं से सुसज्जित होंगे।
डाॅ. शर्मा ने बताया कि कोविड के अलावा अन्य बीमारियों के उपचार पर भी आज की वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में चर्चा हुई थी। राज्य सरकार ने पहले ही अन्य बीमारियों के उपचार के लिए 400 मेडिकल मोबाइल ओपीडी वैन उपखंड मुख्यालयों तक भेजी हुई हैं। इन वाहनों से हजारों की संख्या में लोग चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। अस्पतालों में भी कोविड के अलावा अन्य बीमारियों के उचित उपचार की व्यवस्था की हुई है। प्रदेश के बाशिंदों को किसी भी लिहाज से चिकित्सकीय सुविधाओं की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में जांचों की सुविधा में बढ़ोतरी लगातार की जा रही है। प्रदेश में आदिनांक तक 5584 टेस्ट प्रतिदिन हो सकते हैं। जयपुर और जोधपुर में कोरोना संक्रमितों की जांच में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए कोबास-8800 मशीनों के खरीदने के आदेश दे दिए हैं। भीलवाड़ा में आईसीएमआर द्वारा जांच की अनुमति मिल गई है। इसके अलावा जोधपुर के डेजर्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में भी 300 जांच प्रतिदिन कराने के सुविधा प्रारंभ हो गई है।
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