कोटा। राजस्थान में कोटा जिले में आज कोरोना संक्रमण से पीड़ित 10 नए रोगी सामने आए हैं जबकि कोटा के काथुन नगर में कोरोना से पीड़ित एक व्यक्ति की मृत्यु हो हो गई।
इसके साथ ही कोटा में मृतकों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। पिछले दो दिनों में अदालत परिसर में की गई जांच के दौरान आज एक महिला वकील के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
चिकित्सा विभाग की ओर से आज सुबह जारी की गई रिपोर्ट में कोटा में 10 नए कोरोना संक्रमित रोगी मिले हैं, जिन्हें इलाज के लिए कोटा मेडिकल कॉलेज के संलग्न नए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आज पॉजिटिव मिले रोगियों में बोर खेड़ा निवासी एक 55 वर्षीय महिला वकील भी शामिल है।
अभिभाषक परिषद के आग्रह पर पिछले 2 दिनों में उच्च न्यायालय परिसर में शिविर लगाकर चिकित्सा विभाग ने वकीलों और न्यायिक कर्मचारियों के कोरोना संबंधी नमूने एकत्र किए थे और उनकी जांच के बाद ही यह महिला वकील कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई।
इसके अलावा कोटा की सरस्वती कॉलोनी, नयागांव पुलिसलाइन, लाडपुरा, खेड़ली फाटक, महावीर नगर विस्तार, आनंतपुरा, अमन कॉलोनी, आईसटी कालोनी में एक-एक कोरोना रोगी मिले। इसके साथ ही कोटा में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 915 हो गई है।
कोरोना संक्रमण के चलते अदालतों में नहीं हुआ काम
कोटा के न्यायालय में वकील और न्यायिक कर्मचारी के कोरोना संक्रमण से प्रभावित पाए जाने के बाद अभिभाषक परिषद ने आज कोटा में न्यायिक कार्य स्थगित करने का निर्णय किया जिसके कारण कोटा के ज्यादातर न्यायालयों में न्यायिक संबंधित कार्य ठप रहे।
कोटा अभिभाषक परिषद ने चिकित्सा विभाग से कोरोना संबंधी जांच के लिए न्यायालय परिसर में शिविर लगाने का आग्रह किया था। इसके बाद बुधवार एवं गुरुवार को विभाग ने शिविर लगाकर वकीलों एवं न्यायिक कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण संबंधी टेस्ट करवाया जिसमें आज मिली रिपोर्ट में महिला वकील और एक न्यायिक कर्मचारी कोरोना से प्रभावित पाए गए।
इस रिपोर्ट के मिलने के बाद अभिभाषक परिषद ने सावधानी बरतते हुए आज न्यायिक कार्रवाई में भाग नहीं लेने का निर्णय किया। कोटा में नयापुरा स्थित न्यायालय परिसर को व्यापक पैमाने पर सैनिटाइज करने की प्रक्रिया जारी है।
प्रशासनिक स्तर पर पिछले दो-तीन दिन से न्यायलय परिसर और न्यायालयों में गैर जरूर रूप से आने वाले लोगों को बाहर ही रखने के लिए सख्ती करना शुरू कर दिया गया था।