कोटा। राजस्थान में कोटा जिले में कोरोना संक्रमण के मामले आने शुरू होने के बाद से एक ही दिन में आज सबसे अधिक 204 कोराना रोगी मिले, जबकि एक रोगी ने आज दम तोड़ दिया।
चिकित्सा विभाग से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोटा मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में सुबह की रिपोर्ट में 204 नए कोराना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें कोटा सेंट्रल जेल के 10 बंदी भी शामिल है। जेल में पहले ही बड़ी संख्या में रोगी मिल चुके हैं।
कोटा मेडिकल कॉलेज, परिसर और संभाग के सबसे बड़े एमबीएस अस्पताल से एक रोगी मिला है। मेडिकल कॉलेज के संलग्न नए अस्पताल के अधीक्षक भी कल रात कोरोना रोगी मिल चुके हैं और उन्हें उनके निजी आवास पर ही आइसोलेट किया गया है।
कोटा में राजस्थान सशस्त्र बल (आरएसी) के एक जवान के अलावा इस सुरक्षा बल के सांगोद स्थित कैंप में भी दो जवानों को कोराना वायरस से संक्रमित पाया गया है बाकी के मरीज कोटा के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के निवासी हैं। कोटा लैब में जांच के बाद चित्तौड़गढ़ के चार और रावतभाटा से एक रोगी पॉजिटिव पाया गया है। इसके पहले कल भी कोटा में 147 नए रोगी मिले थे।
इस बीच कोटा की विज्ञान नगर निवासी एक कोराना वायरस संक्रमित रोगी की मृत्यु हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 69 वर्षीय इस रोगी को बुखार और सांस लेने में तकलीफ के बाद गत 7 अगस्त को नए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और वह पहले से ही उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और अस्थमा से पीड़ित था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन तड़के उसने दम तोड़ दिया।
उधर, कोटा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो चुकी व्यक्तियों से अन्य रोगियों को जीवनदान देने के लिए प्लाज्मा डोनेट करने का अनुरोध किया है। अस्पताल से अब तक 1100 से भी अधिक रोगी स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। वह अपना प्लाज्मा डोनेट करके कोराना वायरस से संक्रमित गंभीर रोगियों की जान बचा सकते हैं।
डॉ. सरदाना ने बताया कि इसके लिए एमबीएस अस्पताल परिसर में प्लाज्मा बैंक की स्थापना की जा चुकी है और अब तक 16 व्यक्तियों के प्लाज्मा डोनेशन के बाद 14 रोगियों को प्लाज्मा चढ़ाया भी जा चुका है। शेष प्लाज्मा को सुरक्षित रखा गया है ताकि जरूरतमंद रोगी को दिया जा सके।