जयपुर। राजस्थान में 61 नए कोरोना पाॅजिटिव मरीज सामने आने केे साथ ही इसकी संख्या बढकर बुधवार को 5952 पहुंच गई।
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार राजधानी जयपुर में चार, डूंगरपुर में 22, जोेधपुर में 10,जालोर में 11, सिरोही में चार, नागौर में 17, सीकर में नौ, कोटा में छह,अजमेर में तीन, झुुंझुनूं में आठ, चित्तौडगढ में सात, बारां एवं झालावाड में एक-एक नया कोराना संक्रमित मामला सामने आया है। विभाग के अनुसार राज्य में इस जानलेवा विषाणु से अब तक राज्य में 143 लोगों की मौत हो गई है।
विभाग के अनुसार अब तक दो लाख 65 हजार 555 सैंपल लिए जिसमें से 5952, पाॅजिटिव दो लाख 54 हजार 128 नेगेटिव तथा पांच हजार 475 की रिपोर्ट आनी बाकी हैं। इसके अलावा राज्य में कुल एक्टिव केस एक हजार 890, रिकवर केस तीन हजार 068 तथा दो हजार 666 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
चित्तौड़गढ़ जिले में कोरोना ने पसारे पैर, मरीजों की संख्या हुई 166
चित्तौड़गढ़ जिले में धीरे धीरे कोरोना वायरस पूरे जिले को अपनी चपेट में लेता हुआ अब जिला मुख्यालय तक आ पहुंचा है। मंगलवार शाम एक महिला संक्रमित मिलने के बाद आज हाॅट स्पाॅट बने निम्बाहेड़ा में सात नए मरीज मिलने के बाद अब जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 166 हो गई है। जिले में छह स्थानों पर कर्फ्यू लगा हुआ है और सेम्पलिंग की जा रही है।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज सुबह आई रिपोर्ट में निम्बाहेड़ा में सात नए मरीज मिले हैं और वे सभी पूर्व में संक्रमितों के सम्पर्क में थे जिसके चलते उन्हें कोरंटाईन किया हुआ था, अब इन सबको कोविड केयर सेंटर भेजा जा रहा है।
इससे पूर्व कल शाम उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती चित्तौड़गढ़ शहर के चंदेरिया क्षेत्र की 45 वर्षीया महिला के संक्रमित होने की पुष्टि के बाद रात को महिला के आवास के आसपास दो किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया और मेडिकल टीमों ने पहुंचकर महिला के सम्पर्क में आने वाले लोगों की सूची बना उनकी सेम्पलिंग का कार्य प्रारम्भ कर दिया।
चंदेरिया शहर का उपनगर होकर यहां पर करीब तीस हजार की आबादी है जो सभी श्रमिक श्रेणी के हैं वहीं यहीं पर सीमेंट फैक्ट्री होने से पहले से लोग कई बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं जिसके चलते प्रशासन चिंतित हो गया है। इसके साथ ही बीते तीन दिनों में शहर के समीपवर्ती एराल, पुरोहितों का सांवता व अभयपुर में एक एक मरीज मिलने के बाद शहर में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इन सभी गांवों से लोगों का निरंतर आना जाना बना रहता है जिनमें कई तो सरकारी कर्मचारी भी है।
इन सभी क्षेत्रों में मरीज मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है जिसके बाद जिले की चार तहसीलों के छह ऐसे क्षेत्र हो गये हैं जहां पर कोराना सक्रिय है। जिले में अब कुल 166 कोरोना मरीज हो गए हैं जिनमें से 104 उपचार के बाद पहली व दूसरी रिपोर्ट में ठीक होना पाए गए हैं, हालांकि इन सभी को अभी भी स्टेप सेंटर में रखा हुआ है। वहीं करीब 65 हजार प्रवासियों ने जिले में आने के लिए अपना पंजीकरण करवाया हुआ है जिनमें से आधे से अधिक महाराष्ट्र व गुजरात से आने वाले हैं जहां सर्वाधिक कोरोना संक्रमण है जिससे भी यहां पर प्रशासन सतर्क है।