चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4496 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद बुधवार को संक्रमितों की संख्या 1.50 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख से अधिक हो गयी है।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 67.39 फीसदी पहुंच गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.42 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 151820 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 68 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2167 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 5000 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और इसके बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 102310 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 47340 सक्रिय मामले हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 1299 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 80961 है जो आज जारी कर्नाटक राज्य के आंकड़ों से डेढ़ गुना से अधिक ही है। संक्रमण के मामले में चौथे स्थान पर पहुंचे कर्नाटक में कुल 44077 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 23 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1315 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1484 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 64036 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 80 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.62 प्रतिशत है।
चेन्नई में कुल 15610 मामले सक्रिय हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए चेन्नई तथा इसके आस पास के जिलों में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की है।