चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4807 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या 1.65 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 69 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।
राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 68.70 फीसदी पहुंच गयी जो गुरुवार को 68.69 फीसदी रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर महज 1.42 प्रतिशत है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 165714 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 88 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2403 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 3049 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और ठीक हुए कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 113856 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 49455 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न् अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह भी संक्रमण की बढ़ती दर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 1221 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 85000 के करीब पहुंच गयी है। राज्य में संक्रमितों की संख्या 84598 हो गयी है जो आज जारी कर्नाटक राज्य के आंकड़ों से डेढ़ गुना से अधिक ही है। संक्रमण के मामले में चौथे स्थान पर पहुंचे कर्नाटक में कुल 55115 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 31 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1404 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 1116 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 68193 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 80.60 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.65 प्रतिशत है।
चेन्नई में कुल 15001 सक्रिय मामले हैं जो पिछले गुरुवार को 15042 थे। सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए चेन्नई तथा इसके आस पास के जिलों में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ा दी है।