चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 6993 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 2.28 लाख के करीब पहुंच गयी। लेकिन चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर में आंशिक गिरावट दर्ज की गयी है।
राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज घटकर 73.32 फीसदी पर आ गयी जबकि सोमवार को यह 73.51 प्रतिशत रही थी। मृत्यु दर घटकर 1.63 प्रतिशत पहुंच गयी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में संक्रमितों की संख्या 2,27,688 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 88 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 3,659 हो गयी है।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान 4707 और मरीज स्वस्थ हुए हैं और ठीक हुए कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1,66,956 हो गयी है। राज्य में फिलहाल 57,073 मामले हैं जो साेमवार को 54,896 थे।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में तमिलनाडु देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।
राजधानी चेन्नई कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित है और यहां फिर से लॉकडाउन लगाने की प्रमुख वजह संक्रमण की बढ़ती दर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान केवल 581 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 96,438 पहुंच गयी है जो आज जारी उत्तर प्रदेश के आंकड़ों से करीब 23 हजार अधिक हैं। संक्रमण के मामले में छठे स्थान पर पहुंचे उत्तर प्रदेश में कुल 73,951 लोग संक्रमित हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में इस दौरान 24 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2,053 पहुंच गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 769 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 81,530 हो गयी है।
राज्य की तुलना में चेन्नई में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बेहतर है। राजधानी में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 84.54 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर महज 2.12 प्रतिशत हो गयी है।
चेन्नई में आज कुल 12,855 सक्रिय मामले हैं जो सोमवार को 13,067 थे। मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए चेन्नई तथा इसके आस-पास के जिलों में लॉकडाउन को कुछ रियायतों और प्रतिबंधों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ा दी है।