पुणे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास के लिए देश में बेहतर बुनियादी ढांचे की जरूरत बताते हुए मंगलवार को यहां कहा कि ‘चौथी औद्योगिक क्रांति’ के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे और सेना में युवा अभिनव दिमाग जरूरत है।
मोदी ने हिंजेवाडी-शिवाजीनगर के लिए तीसरी मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास करने के बाद कहा कि पुणे में वर्ष 2019 तक 12 किलोमीटर से अधिक लंबी मेट्रो रेल लाइन पर मेट्रो ट्रेन चलेगी, जिससे लाखो लोगों को पिंपरी-चिंचवड और हिंजेवाडी की यात्रा के लिए लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अधिकतर शहरों में मेट्रो रेल सेवा शुरू की जाएगी।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के बाद श्री मोदी का महाराष्ट्र का यह पहला दौरा है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा को पूरा कर हम ‘नया भारत’ बनाएंगे। उन्होंने आईटी क्षेत्र में काम करने वाले युवकों से कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से बनाई जाने वाली मेट्रो रेल जब चलेगी तब आईटी क्षेत्र के लोगाें को यातायात के लिए काफी राहत मिलेगी।
मोदी ने कहा कि मेट्रो और मेट्रो के काम की गति सरकार बढ़ा रही है। यहां प्रथम मेट्रो का काम वर्ष 2006 में शुरू हुआ था और सिर्फ 11 किलाेमीटर लंबी लाइन वर्ष 2014 में तैयार हो पाई थी। उनकी सरकार ने वर्ष 2014 में मेट्रो के काम में तेजी लाने का निर्णय किया था। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्ष में 35 किलाेमीटर मेट्रो लाइन बन कर तैयार होगी। वर्ष 2022-24 तक 275 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बनकर तैयार हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2022 तक व्यक्तिगत रूप से सभी के पास घर होंगे। सिडको 90,000 किराये के घर बना रही है। मोदी ने अपना भाषण मराठी में शुरू करते हुए राज्य के महान नेताओं को श्रद्धांजलि दी। उन्हाेंने कहा कि हमारे संस्कार, सरोकार और रफ्तार पिछली सरकार से अलग हैं, इसलिए हमारी सरकार ने जनता के हित को ध्यान में रखते हुए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यातायात पर बहुत अधिक ध्यान दे रही है।
मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास के ध्येय वाक्स के साथ देश के सभी नागरिकों को हर तरह की तरक्की के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बिजली के क्षेत्र में भी अच्छा काम किया है और पिछले चार वर्ष में 30 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे हैं जिसमें से 2़ 25 करोड़ बल्ब महाराष्ट्र में बांटे गए। पहले यह बल्ब 250 रुपये में मिलता था जो अब सिर्फ 50 रुपए में मिल रहा है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने प्रधानमंत्री द्वारा किए गए सहयोग के लिए उनको धन्यवाद दिया।