चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के कनेरा थाना क्षेत्र के सरसी से लापता युवक का शव तीन दिन पूर्व मिलने के मामले का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए मृतक के मौसेरे भाई को गिरफ्तार किया है जो शेयर बाजार में बर्बाद होकर कर्ज में डूबा हुआ था।
थानाधिकारी गोपालनाथ ने बताया कि सरसी गांव निवासी प्रहलाद उर्फ मनोज धाकड़ गत 15 दिसम्बर से लापता था जिसका सड़ा गला शव 22 दिसम्बर को गांव के ही एक कुंए से मिला था। पुलिस ने मामले की जांच की तो शव मिलने के बाद से ही मृतक का मौसेरा भाई शिवलाल गायब हो गया था जिसे आज राजस्थान मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जंगल से पकड़ पूछताछ की।
शिवलाल ने अपहरण एवं हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया कि वह शेयर बाजार में बर्बाद हो भारी कर्ज में डूबा हुआ था जिससे निजात पाने के लिए भाई प्रहलाद का अपहरण कर फिरौती लेने का प्लान बनाया और 15 दिसम्बर को उसे कुंज पर बुला रस्सी से नीम के पेड़ से बांध दिया लेकिन छुपाने की जगह नहीं होने से डर गया और भाई को मारकर फिरौती की योजना बना उसी रात रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी।
प्लास्टिक की बड़ी थैली में लपेट शव के साथ भारी पत्थर बांधकर कुंए में फैंक दिया था। बाद में गांव का माहौल देख फिरौती मांगने की हिम्मत नहीं हुई और परिवार एवं लोगों के साथ मिलकर उसे तलाशने में लगा था लेकिन शव मिलने के बाद वह पकड़े जाने के डर से फरार होकर यहां जंगल में छुपा हुआ था।
थानाधिकारी ने बताया कि गुमशुदगी प्रकरण को अपहरण हत्या में दर्ज कर शिवलाल को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पुलिस को घटना में और लोगों के भी शामिल होने के शक के चलते कल कोर्ट में पेश कर आरोपी का रिमांड लेगी।