सूरत। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने आज गम्भीर रूप से कोरोना प्रभावित सूरत शहर और जिले में वर्तमान परिस्थिति के संदर्भ में जिला कलक्टर कार्यालय में उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक में कोरोना संक्रमण के रोकथाम और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए तंत्र को मार्गदर्शन दिया गया। रूपाणी ने बाद में पत्रकारों को बताया कि बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। पूरे राज्य में अब निजी नर्सिंग होम भी कोविड का उपचार कर सकेंगे।
सूरत के नए सिविल अस्पताल में 800 बिस्तरों वाले किडनी अस्पताल को कोविड हॉस्पिटल के तौर पर जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, नए 300 वेंटिलेटर भी सूरत को आवंटित करने का निर्णय किया गया है। जिसमें से निजी अस्पतालों को भी जरूरत के मुताबिक वेंटिलेटर आवंटित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के उपचार के लिए समग्र गुजरात के लिए तीन लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन का ऑर्डर दिया गया है, जिसमें से सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों को निःशुल्क तथा निजी अस्पताल को जरूरत के अनुसार उचित मूल्य पर प्रदान किया जाएगा। सूरत शहर में आज शाम तक 2500 रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता को लेकर किसी तरह की शिकायत नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण कम से कम फैले उसके लिए पहले किए जाने वाले दैनिक 60 हजार के मुकाबले अब 1.20 लाख जांच किए जा रहे हैं। कोरोना को नियंत्रित करने के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के तीन ‘टी’ का फार्मूला अपनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सूरत में फिलहाल कार्यरत 50 संजीवनी रथ की संख्या को बढ़ाकर अब 100 किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर डरने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है। गुजरात में कोरोना से निपटने के लिए 70 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया है और फिलहाल दैनिक 4 लाख लोगों का टीकाकण किया जा रहा है। मास्क पहनने से कोरोना के खिलाफ सुरक्षा का उल्लेख करते हुए उन्होंने हर किसी से मास्क पहनने का अनुरोध किया।आज सूरत दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने सूरत महानगर के लिए नए 10 धन्वंतरि रथ को रवाना किया, आगे सूरत मनपा को और 40 रथों की सेवा मिलेगी।
बैठक में स्वास्थ्य राज्य मंत्री किशोरभाई कानाणी, सांसद सी.आर. पाटिल और दर्शनाबेन जरदोश, जिला पंचायत अध्यक्ष भावेशभाई पटेल, स्थानीय विधायकगण, मुख्य सचिव अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव जयंती रवि, स्वास्थ्य आयुक्त जयप्रकाश शिवहरे, जिला कलक्टर डॉ. धवल पटेल और पुलिस आयुक्त अजय तोमर सहित कई उच्च अधिकारी मौजूद थे।