सिंगापुर/नई दिल्ली। कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों से भारतीय विमान सेवा कंपनियों को इस साल 1,122 करोड़ डॉलर का राजस्व नुकसान होगा और 29 लाख से भी ज्यादा लोग बेरोजगार होंगे।
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ की आज जारी रिपोर्ट के अनुसार यात्री विमान सेवा पर जारी कड़े प्रतिबंध यदि तीन महीने तक रहते हैं तो वर्ष 2019 की तुलना इस साल देश में यात्रियों की संख्या में 8.98 करोड़ यानी करीब 47 प्रतिशत की गिरावट आएगी। इससे विमान सेवा कंपनियों को 1,122.1 करोड़ डॉलर का राजस्व नुकसान होगा। साथ ही 29,32,900 लोगों की रोजी-रोटी छिन जाएगी।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए जारी इस रिपोर्ट में सबसे ज्यादा नौकरियां भारत में जाने की आशंका जताई गई है जबकि राजस्व नुकसान के मामले में जापान और ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत तीसरे स्थान पर रहेगा। एयरलाइंस की कमाई में जापान में 2,200 करोड़ डॉलर और ऑस्ट्रेलिया में 1,400 करोड़ डॉलर से अधिक की गिरावट की आशंका व्यक्त की गई है।
आयटा ने इससे पहले 14 अप्रैल को जारी रिपोर्ट में कहा था कि भारत में यात्रियों की संख्या 36 प्रतिशत घटेगी जिससे 884 करोड़ डॉलर का राजस्व नुकसान होगा और 22.47 लाख लोगों का रोजगार छिन जाएगा।
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए आयटा के उपाध्यक्ष कोनार्ड क्लिफोर्ड ने कहा कि पिछली रिपोर्ट से अब तक स्थिति और खराब हुई है। विमान सेवा कंपनियाँ अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। यदि सरकारें उनकी मदद नहीं करती हैं और कई एयरलाइंस बंद हो सकती हैं।