अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित ऐतिहासिक आनासागर झील की पाल पर बनी बारादरी मुगलकालीन छतरियों में तेज हवाओं से आई दरार एवं ज्वॉइंट लूस होने से क्षतिग्रस्त हुई छतरी को पुरातत्व विभाग ने पुनः ठीक करना शुरू कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर आकाशीय बिजली के प्रभाव से मुगलकालीन छतरियों में दरार आ गई। कुछ टाईल्सें भरभरा कर गिर गई और छतरी का पिलर क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर विभाग के संरक्षण सहायक देवव्रत ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी और आज से ही इस ऐतिहासिक धरोहर को पुनः संरक्षित करने का काम शुरू करा दिया गया।
मौसम के मिजाज को देखते हुए बल्लियों के सहारे पाल बांधकर सुरक्षा दी गई ताकि रात में तेज हवा और अंधड़ से और ज्यादा नुकसान न हो। उल्लेखनीय है कि बीते कल तेज हवा से बारादरी की यह छतरी क्षतिग्रस्त हुई थी लेकिन लॉकडाउन के चलते किसी पर्यटक के नहीं होने से कोई जनहानि नहीं हुई। विभाग ने हाल ही में पूरी बारादरी पर स्टील की रैलिंग का काम भी कराया था।