मुंबई। भारत की तेज गेंदबाजी सनसनी जसप्रीत बुमराह को रविवार को बीसीसीआई वार्षिक पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर (2018-19) के लिए प्रतिष्ठित पॉली उमरीगर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
विश्व के नंबर एक एकदिवसीय गेंदबाज बुमराह ने अपना टेस्ट पदार्पण भारत के जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे में किया था और उन्होंने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा। बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज में एक पारी में पांच-पांच विकेट हासिल किये और यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले और एकमात्र एशियाई गेंदबाज बने। उन्होंने भारत को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने तथा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुमराह को जहां पुरुष वर्ग में शीर्ष पुरस्कार मिलेगा वहीं पूनम यादव को महिला वर्ग में सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर का पुरस्कार दिया जाएगा। लेग स्पिनर पूनम को पिछले साल अर्जुन पुरस्कार मिला था और अब उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर के पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
पूर्व भारतीय कप्तानों कृष्णामाचारी श्रीकांत और अंजुम चोपड़ा को क्रमशः कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और बीसीसीआई लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड फॉर वुमैन दिया जाएगा।
बुमराह को साल 2018-19 में किए गए शानदार प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित पॉली उमरीगर अवॉर्ड के साथ-साथ 2018-19 में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के लिए दिलीप सरदेसाई अवॉर्ड भी मिलेगा। बुमराह ने अपने करियर में टेस्ट में 62 और वनडे में 103 विकेट चटकाए हैं।
समारोह में टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और मध्य क्रम के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को भी अवार्ड से नवाजा जाएगा। पुजारा को साल 2018-19 में टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने के लिए दिलीप सरदेसाई अवॉर्ड दिया जाएगा। उन्होंने इस दौरान आठ टेस्ट मैच में 52.07 के औसत से 677 रन बनाए थे।
मयंक पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक जमाकर सुर्खियों में आए थे। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। भारत के पूर्व कप्तान कृष्णामाचारी श्रीकांत और अंजुम चोपड़ा को क्रमशः कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और महिलाओं में बीसीसीआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया जाएगा।
1983 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्रीकांत ने 43 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने दो शतक और 12 अर्धशतकों की मदद से 2062 रन बनाए। 1983 विश्व कप के फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने सर्वाधिक 38 रन बनाए थे। श्रीकांत की बेख़ौफ़ बल्लेबाजी ने उन्हें स्टार बनाया था।
श्रीकांत को 1989 में पाकिस्तान दौरे के लिए कप्तान नियुक्त किया गया। यह वही सीरीज थी, जिसमें सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और भारतीय क्रिकेट को उसका बेमिसाल कोहिनूर मिला था। यह सीरीज ड्रॉ रही थी लेकिन इसके बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था। उन्होंने 1992 विश्व कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीकांत 2009 से 2012 तक राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष भी रहे।
अंजुम चोपड़ा को मिताली राज से पहले भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला बल्लेबाज माना जाता था। उन्होंने 12 टेस्ट मैचों में 548 रन बनाए। अंजुम ने इसके अलावा 127 वनडे भी खेले, जिसमें उन्होंने एक शतक और 18 अर्धशतक लगाए। उन्होंने 18 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले।
अंजुम भारतीय टीम के लिए 100 वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं। करीब 17 साल तक अंजुम ने भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया था और कई वर्ल्ड कप टीम के लिए खेले थे।
युवा खिलाड़ी शेफाली वर्मा को दो अवॉर्ड मिलेंगे। शेफाली को महिला क्रिकेट में सबसे बेहतरीन अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण अवार्ड मिलेगा। शेफाली ने नौ टी-20 मैचों में 222 रन बनाये हैं। इसके अलावा 2018-19 सत्र में जूनियर घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें जगमोहन डालमिया अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने 46 मैचों में सात शतक और पांच अर्धशतक सहित वनडे और टी-20 को मिलाकर कुल 1923 रन बनाए हैं।