हरियाणा विधानसभा के चुनाव में इस बार खड़े होने वाले 10 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि छह प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं। इस तरह 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार आपराधिक छवि के उम्मीदवारों का प्रतिशत तीन प्रतिशत बढ़ा है जबकि गंभीर आपराधिक मामलों में लिप्त प्रत्याशियों की संख्या भी इस बार एक प्रतिशत बढ़ी है।
एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग के सामने 1169 उम्मीदवारों के हलफनामे में से 1138 उम्मीदवारों के हलफनामे के आधार पर यह अांकड़ा सामने आया है।
रिपोर्ट के अनुसार 42 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं और उनकी औसत संपत्ति 4.31 करोड़ है। रिपोर्ट के मुताबिक 117 उम्मीदवारों के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं जबकि 70 उम्मीदवारों के खिलाफ अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं। पांच उम्मीदवाराें पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुकदमा दर्ज है और इनमें से दो के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 के तहत बलात्कार का मामला दर्ज है। इसके अलावा पांच उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के मामले दर्ज हैं। वर्ष 2014 में 1343 उम्मीदवारों में 94 उम्मीदवारों के खिलाफ मामले दर्ज थे और 70 के खिलाफ अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक पांच उम्मीदवारों पर आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास करने के मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 13, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 12, जननायक जनता पार्टी के 10, इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) के सात और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। इन सभी ने अपने चुनावी हलफनामे में इस बात की घोषणा की है।
चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 481 है जिनकी औसत संपत्ति 4.31 करोड़ है। रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के 79, भाजपा के 79, जननायक जनता पार्टी के 62, आईएनएलडी के 50 और बसपा के 34 उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति होने की जानकारी दी है।
सबसे अधिक संपत्ति वाले तीन उम्मीदवारों में जननायक जनता पार्टी के सोहना सीट से उम्मीदवार रोहतास सिंह हैं जिनकी कुल संपत्ति 325 करोड़ रुपये है। भाजपा के नारनौंद सीट से प्रत्याशी कैप्टन अभिमन्यु की संपत्ति 170 करोड़ रुपये है जबकि कांग्रेस के गुड़गांव सीट से उम्मीदवार सुखबीर कटारिया की कुल संपत्ति 106 करोड़ रुपये है।