टोक्यो। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए टोक्यो में ओलम्पिक मशाल को रिले धावक लेकर नहीं चलेंगे लेकिन जापान के उत्तरी शहर फुकुशिमा में मशाल को देखने 1000 से ज्यादा लोग जमा हो गए।
ओलम्पिक मशाल पिछले सप्ताह यूनान से जापान पहुंची थी और इसकी जापान रिले की शुरुआत फुकुशिमा शहर से गुरूवार को होनी है। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि मशाल को लेकर धावक नहीं दौड़ेंगे बल्कि इसे एक लालटेन में ले जाया जाएगा।
टोक्यो आयोजन समिति की योजना है कि मशाल को धावकों के हाथों गुजारने के बजाये कार में एक लालटेन में ले जाया जाए और रोजाना अपने गंतव्य पर पहुंचने के बाद इसे दर्शन के लिए रखा जाएगा।
फुकुशिमा में लोगों ने कोरोना के खतरे को लेकर सरकार के चेतावनी को नजरअंदाज किया और एक हजार से ज्यादा लोग मशाल को देखने के लिए इकट्ठा हो गए। हालांकि लोगों ने अपने चेहरों पर मास्क लगा रखे थे। इनमें एकाध व्यक्ति ऐसा भी था जिसने चेहरे पर मास्क नहीं लगा रखा था।
सरकार ने लोगों से आह्वान किया था कि मशाल को देखने के लिए जमा न हों लेकिन लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। जापान में 1852 लोग कोरोना से संक्रमित हैं और इस वायरस से 52 मौतें हो चुकी हैं।
जापान सरकार देश में मशाल रिले से लोगों को दूर रखना चाहती है और मशाल जिन सड़कों से गुजरेगी वहां से दर्शकों को दूर रखा जाएगा लेकिन फुकुशिमा के कार्यक्रम से इतना तय है कि सरकार को मशाल रूट से लोगों को दूर रखने के लिए सख्ती करनी पड़ेगी। आमतौर पर सामान्य समय में मशाल को लेकर धावक विभिन्न सड़कों से गुजरते हैं और मशाल का स्वागत करने के लिए भारी संख्या में लोग सड़कों के दोनों तरफ जमा रहते हैं।