गोल्ड कोस्ट। भारत की स्टार महिला मुक्केबाज़ एमसी मैरीकॉम ने विश्व, एशिया और ओलंपिक पदकों के बाद अब अपने करियर में पहले राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक की कमी को भी पूरा कर लिया है।
21वें राष्ट्रमंडल खेलों में शनिवार को मैरीकॉम ने अपने 45-48 किग्रा भार वर्ग के स्वर्ण पदक मुकाबले में आयरलैंड की क्रिस्टीना ओ हारा को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से पराजित किया। उन्होंने जजों की सर्वसम्मति से 30-27, 30-27, 29-28,30-27, 30-27 से अपनी बाउट को जीता।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम करियर में पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में उतरी थीं और दिग्गज खिलाड़ी ने यहां भी अपना लोहा मनवाते हुये स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
पांच बार की विश्व चैंपियन, एशिया चैंपियन और 2012 के लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने इसी के साथ अपने करियर में राष्ट्रमंडल स्वर्ण की कमी को भी पूरा कर लिया।
सासंद और तीन बच्चों की मां मैरीकॉम ने भारत को गोल्ड कोस्ट खेलों का 18वां स्वर्ण पदक दिला दिया है। उन्होंने जीत के बाद अपने कोच के कंधे पर बैठकर जीत का जश्न मनाया और अपने बच्चों को यह पदक समर्पित किया।
35 साल की मैरीकॉम के लिये इस उम्र में यह पदक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने पहले राउंड में धीमी शुरूआत की थी लेकिन बाकी के दोनों राउंड में जबरदस्त वापसी की और 22 साल की आयरिश मुक्केबाज़ को नियंत्रित करते हुये कई बेहतरीन पंच लगाए।
ओ हारा अच्छी कद काठी के बावजूद मैरीकॉम के बेहतरीन पंचों का जवाब नहीं दे सकीं और अनुभवी भारतीय खिलाड़ी ने जजों की सर्वसम्मति से फाइनल में जीत अपने नाम कर ली। मैरीकॉम ने राष्ट्रमंडल खेलों में शुरूआत से ही बेहतरीन लय दिखाई।
गत वर्ष एशियन चैंपियनशिप का स्वर्ण जीतने वाली भारतीय खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में श्रीलंका की अनुशा दिलरूक्शी कोडिथुवाकू को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
अन्य मुक्केबाज़ी के मुकाबलों में पुरूषों के 52 किग्रा भार वर्ग में गौरव सोलंकी ने आयरलैंड के ब्रैंडन इरविन को 4-1 से हराते हुए मुक्केबाजी में दिन का दूसरा स्वर्ण दिला दिया। गौरव ने 29-28, 30-25,29528, 28-29, 29-28 से यह मैच जीता।
पुरूषों के 46-49 किग्रा भार वर्ग में अमित अपने स्वर्ण पदक मुकाबले में इंग्लैंड के यफाई गलाल से 1-3 से हार गये जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। अमित ने यह मैच 28-29, 27-30, 29-28, 28-28, 28-29 से हारा। इसके अलावा 60 किग्रा भार वर्ग में मनीष कौशिक को भी फाइनल में हारकर रजत से संतोष करना पड़ा।
मनीष को आस्ट्रेलिया के हैरी गारसाइड ने कड़े मुकाबले में 3-2 से पराजित किया। भारतीय मुक्केबाज़ यह मैच 29-28, 27-30, 27-30,29-29, 29-28 से स्वर्ण पदक मैच गंवाया।