गोल्ड कोस्ट। भारतीय उम्मीदों का भार लेकर उतरीं स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के पहले दिन गुरूवार को महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में रिकार्ड प्रदर्शन के साथ कुल 196 किग्रा भार उठाकर भारत की झोली में इन खेलों का पहला स्वर्ण पदक डाल दिया।
वर्ष 2014 में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता मीराबाई से पहले ही स्वर्ण की उम्मीद की जा रही थी और उन्होंने भी दबाव के बावजूद निराश नहीं किया। भारतीय खिलाड़ी ने राष्ट्रमंडल रिकार्ड और राष्ट्रमंडल खेल रिकार्ड बनाते हुए कुल 196 किग्रा भार उठाया और स्वर्ण पदक दिलाया जो गोल्ड कोस्ट में भारत का पहला स्वर्ण है।
मणिपुर की मीराबाई ने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 85 किग्रा को भी पीछे छोड़ा और स्नैच में 86 किग्रा भार उठाकर नया रिकार्ड कायम किया। वहीं क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 109 किग्रा भार के रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए 110 किग्रा भार उठाया। उन्होंने महिला भारोत्तोलन में 48 किग्रा वर्ग में कुल 196 किग्रा भार उठाया जो राष्ट्रमंडल खेलों का रिकार्ड प्रदर्शन है।
श्रीलंका की दिनुशा गोमेज़ ने कुल 155 किग्रा भार उठाकर कांस्य पदक जबकि मॉरीशस की मारी हानित्रा रोइलिया रानावोसोआ कुल 170 किग्रा भार उठाकर दूसरे स्थान पर रहीं और रजत पदक अपने नाम किया।
मीराबाई ने स्नैच में तीन प्रयसों में 80, 84 और 86 किग्रा भार उठाया जबकि क्लीन एंड जर्क के अपने तीन प्रयासों में उन्होंने 103, 107 और 110 किग्रा भार उठाया।
मीराबाई करनम मलेश्वरी के बाद मात्र दूसरी भारतीय महिला भारोत्तोलक हैं जिन्होंने विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने नवंबर 2017 में अमेरिका के एनाहिम में हुये विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में 194 किग्रा भार उठाकर नया विश्व रिकार्ड कायम किया था जिसमें स्नैच में उन्होंने 85 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा भार उठाया था।
भारत के लिए इससे पहले पी गुरूराजा ने पुरूष भारोत्तोलन स्पर्धा में पुरूषों के 56 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिए रजत पदक जीतकर पदक का खाता खोला था।