अजमेर। अरब सागर में उठे तूफान के कारण राजस्थान में होने वाले असर पर अजमेर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने नागरिकों से सावधान रहने की अपील की है। इसके साथ ही विभिन्न विभागों के हैल्प लाइन नम्बर भी जारी किए गए हैं।
कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का प्रभाव राजस्थान में 16 जून से 18 जून तक रहेगा। इसके मद्देनजर अजमेर जिले में 17 जून एवं 18 जून को अति तीव्र आंधी एवं वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
इसके लिए आपदा प्रबन्धन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा जिला स्तरीय बाढ नियन्त्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है। इसमें सक्षम स्तर से अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त सम्बन्धित उपखण्ड स्तर पर भी बाढ उप नियन्त्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। तूफान के कारण अति तीव्र वर्षा से होने वाली क्षति के बचाव के लिए समस्त उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश प्रदान किए गए है।
आमजन से अपील
उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से आमजन को बारिश एवं आंधी के समय सावधान रहने सलाह दी गई है। आमजन अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकले एवं वृक्षों के नीचे नहीं ठहरे। अति तीव्र वर्षा की स्थिति में तालाब, नदी,नाले पोखर से भी दूर रहें। तूफान के दौरान बिजली के खम्भों व तारों से दूर रहें। पालतू जानवरों को बांध कर रखे तथा खुला नहीं छोडे। मोबाईल व टॉर्च लाइट चार्ज रखें।
चक्रवाती तूफान के दौरान पेयजन एवं खाद्य पदार्थ मात्रा में भण्डारण करके रखें। घर में निजी फस्र्ट एड किट (प्राथमिक चिकित्सा किट) जिसमें एण्टीसेप्टीक, पट्टी, दर्द, बुखार, उल्टी दस्त की दवा जरूर रखें। किसी भी आपदा के दौरान सहायता के लिए जिला कलक्टर कार्यालय में चौबीसों घण्टे संचालित बाढ नियन्त्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 0145-2628932 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
शांत रहें, घबराएं नहीं, अफवाहों से बचें
उन्होंने बताया कि चक्रवात से पहले अफवाहों पर ध्यान न दें। शांत रहें, घबराएां नहीं। आपातकालीन संचार के लिए अपने मोबाइल फोन को चार्ज रखें एसएमएस का प्रयोग करें। मौसम के अपडेट के लिए रेडियों सुनें। टीवी देखें। समाचार पत्र पढें, अपने दस्तावेजों और कीमती सामान को वाटरप्रूफ कंटेनर में रखें। खाली कमरे में रहने की कोशिश करें। चल वस्तुओं को सुरक्षित रूप से बांध कर रखें। सुरक्षा और उत्तरजीविता के लिए आवश्यक वस्तुओं के साथ एक आपातकालीन फस्र्ट ऎड किट तैयार करें। पर्याप्त खाद्य व पेय पदार्थ का सुरक्षित भण्डारण कर के रखें। अपने घर को सुरक्षित करें।
विशेषकर छत को मरम्मत करना, नुकीली वस्तुओं को खुला न छोडें, मवेशियों तथा जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें खुले बाडे में रखें उन्हें पेडों से नहीं बांधे तथा सडक पर नही छोडें। महत्वपूर्ण नम्बरों को एक कागज पर लिख कर सुरक्षित रख लें। अतिरिक्त बैटरी के साथ रेडियो सेट को संभाल कर रखें। यदि आपका घर असुरक्षित है, तो चक्रवात आने से पहले ही निकल जाए। सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचें। कभी भी किसी पेड व बिजली के खंभे के नीचे न खडे हों। गैस उपकरणो की सप्लाई बंद करें।
अधिकारिक चेतावनियों पर भरोसा करें
उन्होंने बताया कि चक्रवात के दौरान रेडियो सुने। केवल अधिकारिक चेतावनियों पर भरोसा करें। बिजली के मेन स्विच ऑफ रखे। सभी बिजली के उपकरणों और गैस कनेक्शन को अनप्लग करें। दरवाजे और खिडकियां बंद रखें। घर से बाहर न निकलें, टिन शेड से दूर रहें तथा उनके नीचे नहीं जाएं। बडे होर्डींग, बिजली के खंम्भे व तारों से भी दूर रहें। इस दौरान वाहन के प्रयोग से बचें।
उन्होंने बताया कि चक्रवात के बाद उबला हुआ क्लोरीनयुक्त पानी पिएं। यदि हवा रुकती है तो यह मत समझिए कि चक्रवात का वेग समाप्त हो गया है। तीव्र हवाएं जल्द ही दूसरी दिशा से फिर से शुरू हो सकती हैं। अधिकारिक ऑल क्लियर सिग्नल का इांतजार करें, जब तक आधिकारिक तौर पर सलाह न दी जाए, तब तक बाहर न निकलें।
यदि स्थान अथवा निवास खाली कर दिया गया है, तब तक प्रतिक्षा करें जब तक कि वापस जाने की सलाह न दी जाए। क्षतिग्रस्त भवनों में प्रवेश न करें। जितनी जल्दी हो सके एक सुरक्षित आश्रय की तलाश करें। क्षतिग्रस्त विद्युत उपकरणों का उपयोग न करें। पहले किसी इलेक्ट्रीशियन से उनकी जांच करवाएं। आपदा जीवन रक्षा गाइड लाइनों का पालन करें व जरूरतमंद लोगों की मदद करें। गैस सप्लाई लीकेज चेक करें।
अजमेर जिले के हैल्पलाइन नम्बर
उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान काम आने वाले महत्वपूर्ण दूरभाष नंबर जिला कंट्रोल रूम 0145-2628932, पुलिस कंट्रोल रूम 100, 0145-2629166, एम्ब्युलेन्स 108, अग्निशमन 0145-2429000, जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय 0145-2425050 पर आवश्यकतानुसार सम्पर्क किया जा सकता है।