सिलवासा। गुजरात के सीमावर्ती केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नागर हवेली से छह बार लोकसभा सांसद रहे वहां के कांग्रेस अध्यक्ष मोहन डेलकर ने आज पार्टी से त्यागपत्र दे दिया और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की।
56 वर्षीय डेलकर ने यूएनआई को बताया कि उन्होंने पार्टी तथा इसके अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को आज भेज दिया। उन्होंने कहा कि अपने समर्थकों के साथ व्यापक चर्चा के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
ज्ञातव्य है कि डेलकर पिछले कुछ समय से अपनी ही पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए थे। गत जनवरी माह में यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले डेलकर ने फरवरी में निकटवर्ती वलसाड में राहुल गांधी की सभा में भाग नहीं लिया था। वह सबसे पहले 1989 में यहां से निर्दलीय चुनाव जीते थे।
1991 और 1996 में वह कांग्रेस की टिकट पर जीते थे। दो साल बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा की टिकट पर जीत गए। बाद में भाजपा को छोड़ कर वह 1999 और 2004 में फिर से निर्दलीय चुनाव जीत गए। इसके बाद वह एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हुए थे पर 2007 और 2014 में उन्हें भाजपा के नाथुभाई पटेल ने हरा दिया।
इस बार भी भाजपा ने पटेल को ही यहां अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि अब तक कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है। ज्ञातव्य है कि डेलकर के पिता सांजीभाई डेलकर भी 60 के दशक में कांग्रेस के टिकट पर यहां सांसद रहे थे।