चतरा। झारखंड में चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति की एक गर्भवती महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि झारखंड-बिहार सीमा पर स्थित हुमाजांग पंचायत के नवरतनपुर गांव में अनुसूचित जाति की एक महिला ने चार युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी में महिला ने कहा है कि वह अपने खेत में घुसे मवेशियों को भगाने हुमाजांग गांव की ओर गई थी। इसी दौरान पहले से घात लगाए दो युवकों ने उसे पकड़ लिया जंगल की ओर ले गए जहां पहले से मौजूद दो अन्य युवकों के साथ मिलकर सभी ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
सूत्रों ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद महिला का मेडिकल कराते हुए जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वरुण रजक ने कहा कि मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
आग में झुलस कर दो भाइयों की मौत
चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र में आग से झुलस कर दो सहोदर भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि हेडुम पंचायत अंतर्गत पोटम गांव निवासी विजय भुईयां के घर में अचानक आग लग गई। घटना में घर में सो रहे विजय के दो मासूम बच्चों में से आठ वर्षीय बाल वीर की झुलस कर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसका छोटा बेटा पांच वर्षीय राजवीर गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
घायल बच्चे को ग्रामीणों के सहयोग से उपचार के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) रेफर कर दिया। रिम्स ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी भी मौत हो गई।
घटना के समय ना तो विजय घर में था और ना ही उसकी पत्नी। जिसके कारण बच्चे आग लगने के बाद घर से बाहर नहीं निकल सके। विजय को दूसरे राज्य से वापस लौटने के बाद लावालौंग में कोरेंटिन किया गया है, वहीं उसकी पत्नी घटना के दौरान खेत में काम कर रही थी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे लावालौंग थाना प्रभारी परमानंद मेहरा ने परिजनों को आर्थिक मदद करते हुए उन्हें हर संभव सरकारी मदद दिलाने की बात कही है।