अजमेर। राजस्थान में अजमेर दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने अजमेर में फंसे देशभर के जायरीन की जवाबदेही प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिवों के साथ साथ राज्य के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव पर डाल दी है।
दरगाह कमेटी की ओर से कल देर शाम जारी विज्ञप्ति में पठान ने कहा कि दरगाह कमेटी जायरीन की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। लॉकडाउन के पहले हिस्से में ही केंद्र एवं राज्य सरकार को सूचित कर दिया गया था लेकिन सरकार द्वारा जायरीन को अपने घरों तक भेजने के लिए सही समय को इंतजार किया जा रहा है ताकि जायरीन को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा कि दरगाह कमेटी केंद्र, राज्य के साथ जिला प्रशासन के आदेशों की पालना कर रही है। यही कारण रहा कि लॉकडाउन के पहले दिन ही कमेटी की गेस्ट हाऊस सहित दरगाह को पूरी तरह खाली करा लिया गया और जागरूकता कैंप के साथ साथ दरगाह की धुलाई, सेनेटाइज कराना, मास्क वितरण जैसे कार्य किए गए।
पठान ने कहा कि कमेटी निरंतर प्रयास में है कि अजमेर में फंसे जायरीन को उनके घर भेजा जा सके। उन्होंने मुश्किल की इस घड़ी में सभी से राजनीतिक सोच को दरकिनार करने की अपील की।
गौरतलब है कि कमेटी सदर अमीन पठान भाजपा मूल के होने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नजदीकी है तथा राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। यही कारण है कि पठान को स्थानीय स्तर पर उनका विरोधी गुट फंसे जायरीन के मुद्दे पर निरंतर घेर रहा है।