यह त्योहार अपने विविध रंगो में सारे भारत में दिखता हैं! जिसमें खास रंग हिमाचल प्रदेश, कुल्लू और मैसुर के हैं! इसके अलावा भी भारत में 9 दिन चलनेवाला दुर्गोत्सव दशहरे के दिन अपने चरमपर पहुच जाता हैं । मैसुर में तो यह त्योहार अब अंतरराष्ट्रीय स्वरुप में तब्दील हो चुका हैं ।
बस्तर–
बस्तर में दशहरे में मां दंतेश्वरी की आराधना को समर्पित एक पर्व रुप में मानते हैं । मां दंतेश्वरी बस्तर के निवासीयों की आराध्य देवता हैं जो दुर्गा का रुप हैं। बस्तर में दशहरा का त्योहार श्रावण मास की अमावस से अश्विन मास की शुक्ल ञयोदशी तक चलता हैं! इसका समापन अश्विन शुक्ल ञयोदशी को ओहाडी पर्व से किया जाता हैं ।
महाराष्ट्र –
यहा दशहरे का उत्सव नवराञी के 9 दिन मां दुर्गा को समर्पित होते हैं और 10 वे दिन मां सरस्वती की पुजा की जाती हैं! इस दिन सरस्वती देवीके तांत्रिक चिन्हों की पुजा की जाती हैं ।
पंजाब–
पंजाब में दशहरा के पर्व को नवराञी के 9 दिनो के रुप में मनाया जाता हैं । अष्टमी एवं नवमी के दिन मां दुर्गा की उपासना की जाती हैं! दशमी के दिन रावण दहन तथा मेलो का आयोजन होता हैं ।
इन देशों में मनाया जाता हैं ।
दशहरा भारत से बाहर अन्य देशो में भी बहुत उल्लास से मनाया जाता हैं! भारत के साथ – साथ श्रीलंका , नेपाल , माँरिशस, मलेशिया, इंडोनेशिया,चीन में भी मनाया जाता हैं ।