नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय खेल संबंध लंबे समय से टूटे पड़े हैं लेकिन भारतीय डेविस कप टीम इस साल सितंबर में डेविस कप मुकाबले के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगी।
पिछले 55 वर्षों में यह पहला मौका होगा जब भारतीय डेविस कप टीम पाकिस्तान में खेलेगी। अखिल भारतीय टेनिस संघ के सचिव हिरण्मय चटर्जी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं है, यह टेनिस का विश्व कप है इसलिए टीम को इसमें हिस्सा लेना होगा।
इस मामले में सरकार से कोई बात नहीं हुई है क्योंकि विश्व स्पर्धा होने के कारण हम अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के चार्टर का पालन करने के लिए बाध्य हैं। चटर्जी ने बताया कि छह खिलाड़ियों की टीम, सपोर्ट स्टाफ और एक कोच पाकिस्तान जाएंगे। इस दौरे के लिए अभी टीम की घोषणा नहीं हुई है।
भारत के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने हाल ही में कहा था कि मुझे इस मुकाबले का इंतजार है। मैंने पाकिस्तान के खिलाड़ी एसाम उल हक कुरैशी के साथ बातचीत की थी और उन्होंने कहा था कि चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है। मैं पाकिस्तान में यह मुकाबला खेलने को तैयार हूं। उल्लेखनीय है कि कुरैशी युगल मुकाबलों में लंबे समय तक बोपन्ना के जोड़ीदार रहे थे और इस जोड़ी को इंडो-पाक एक्सप्रेस कहा जाता था।
भारत और पाकिस्तान के बीच डेविस कप एशिया-ओसनिया जोन के ग्रुप एक का मुकाबला इस्लामाबाद के पाकिस्तान स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स में ग्रास कोर्ट पर खेला जाना है। इस साल सितंबर के मुकाबले का विजेता विश्व ग्रुप क्वालिफायर्स में पहुंचेगा।
हाल में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने भारत पर से अंतरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने को लेकर लगा प्रतिबंध हटाया था। दरअसल इस साल के शुरू में दिल्ली में निशानेबाजी विश्वकप का आयाेजन हुआ था जिसमें पाकिस्तान के दो निशानेबाज़ों को विश्वकप में भाग लेने के लिए वीजा नहीं मिल पाया था।
आईओसी ने इस मामले पर कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तानी निशानेबाज़ों की स्पर्धा से ओलंपिक कोटा ही समाप्त कर दिया था। दिल्ली में विश्वकप की मेजबानी किसी तरह बच पाई थी। लेकिन आईओसी ने इसके बाद भारत पर अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी को लेकर प्रतिबंध लगा दिया था।
भारत सरकार के आईओसी को आश्वासन देने के बाद विश्व संस्था ने यह प्रतिबंध समाप्त किया था। भारतीय खेल मंत्रालय ने कहा था कि खेल आयोजनों की मेजबानी में किसी की प्रतिभागिता को लेकर कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। भारतीय ओलंपिक संघ ने भी इस फैसले का स्वागत किया था।
भारत के लिए पाकिस्तान में यह मुकाबला खेलना डेविस कप के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है। आखिरी बार भारत ने मार्च 1964 में लाहौर का दौरा किया था और पाकिस्तान से मुकाबला 4-0 से जीता था। भारत को गत वर्ष विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में सर्बिया से 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद उसे इस साल ग्रुप एक में लौटना पड़ा है। इस साल सितंबर के मुकाबले का विजेता विश्व ग्रुप क्वालिफायर्स में पहुंचेगा।
भारत का पाकिस्तान के खिलाफ डेविस कप में 6-0 का रिकार्ड है। भारत ने 1962 में पाकिस्तान को लाहौर में 5-0 से, 1963 में पूना में 4-1 से, 1964 में लाहौर में 4-0 से, 1970 में पटना में 3-1 से, 1973 में निष्पक्ष स्थल कुआलालम्पुर में 4-0 से और 2006 में मुंबई में 3-2 से हराया था। 2006 के मुकाबले में लिएंडर पेस ने निर्णायक पांचवें मैच में पाकिस्तान के अकील खान को पांच सेटों में पराजित कर भारत को जीत दिलाई थी।