जयपुर। राजस्थान में राज्य पथ परिवहन निगम कर्मचारियों की शुक्रवार को चौथे दिन भी हडताल पर रहने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है।
सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप वेतन भत्ता देने सहित 13 सूत्रीय मांगों को लेकर की जा रही हडताल से लोगों को अने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। रोड़वेज कर्मचारियों ने बसों को जगह जगह खडा कर रास्तों में बाधाएं खडी कर दी तथा बस अड्डों पर धरना प्रदर्शन कर आंदोलन को तेज करने का प्रयास कर रहे हैं।
रोडवेज के निजीकरण के प्रयासों के विरोध में पिछले चार वर्ष से चल रहा विरोध गत सोमवार को चक्का जाम तक पहुंच गया। इस आंदोलन में सेवानिवृत्त कर्मचारी भी भाग लेकर बकाया वेतन आदि देने की मांग कर रहे हैं।
लोक परिवहन सेवा शुरू करने के राज्य सरकार के प्रयासों को भी रोड़वेज कर्मचारियों के विरोध के कारण सफलता नहीं मिल पाई। इस सेवा के नाम से चलाई जा रही ज्यादातर निजी बसें नेताओं, अधिकारियों की है तथा वे हर नियमों का उल्लघन कर रही हैं। हड़ताल का फायदा उठाते हुए निजी बसों ने किराये में काफी बढोतरी की है।