

गोंडा। उपचुनाव में मिली शिकस्त के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुरुवार को प्रस्तावित गोंडा दौरा निरस्त हो गया। याेगी की जगह उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा गोंडा जा रहे हैं। शर्मा नानाजी देशमुख की प्रतिमा का अनावरण कर गोंडा महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पदमविभूषण नानाजी देशमुख की स्मृति में उनकी कर्मस्थली जयप्रभा गांव में चार दिवसीय अखिल भारतीय लोककला महोत्सव बुधवार से चल रहा है, लेकिन इसका औपचारिक उद्घाटन उपमुख्यमंत्री आज करेंगे।
योगी को दीनदयाल शोध संस्थान में आयोजित इस महोत्सव की शुरूआत नानाजी की प्रतिमा का अनावरण कर कल ही करना था लेकिन अन्तिम समय में उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया।
लोककला महोत्सव 17 मार्च तक चलेगा। महोत्सव में बाइस राज्यों के लोग एवं संस्थान के प्रशिक्षण और प्रशिक्षु महिलायें एवं युवक अपनी कला, रंगोली, गोबर शिल्प, कला दर्शन, डांडिया, गरबा, बधाई बदोरी, नरसिंह अवतार, घटनृत्य, रामलीला, फर्वाही नृत्य व अन्य लोककलाओं को प्रदर्शित करेेंगे।
लोककला के क्षेत्र में आमजनों द्वारा अपनी कलाओं को मंचीय अभिव्यक्ति देने के लिए वर्ष 1998 से प्रदेश के छह मंडलों बृज, बुंदेलखंड, अवध, पूर्वांचल, गढ़वाल एवं कुमाऊं में लोककला महोत्सव आयोजित किए गए हैं।
नानाजी ने युवाओं को स्वावलंबी बनाने, भारतीय संस्कृति को जीवित रखने और राष्ट्रभक्त के रूप में युवाओं को तैयार करने के लिए वर्ष 1978 में दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना की थी और साहित्य कलाओं के माध्यम से राष्ट्रीयता की चेतना जगाने के संग संस्कार सक्षम बनाने के संकल्प को साकार करने के लिए वर्ष 1981 में संस्कार भारती की स्थापना की।
दीनदयाल शोध संस्थान में सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय कौशल मिशन, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, महिला स्वरोजगार और अन्य तमाम योजनाओं को पूरा करने में सरकार की सहायता की है। चार दिवसीय लोककला महोत्सव का समापन राज्यपाल रामनाईक करेंगे। कार्यक्रम में थारू जनजाति एवं विभिन्न प्रजातियों के महिला पुरुष अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।