ग्वालियर । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के दो दिव्यांग आश्रम में मूक बधिर विद्यार्थियों के यौन शोषण के कई मामलों के बाद अब ग्वालियर में एक मूक बधिर छात्रा के साथ निजी दिव्यांग आश्रम में तीन माह से दुष्कर्म किए जाने का प्रकरण सामने आया है। छात्रा के गर्भवती होने पर उसका गर्भपात भी कराया गया है।
ग्वालियर की देहात की बिलौआ थाना पुलिस ने इस मामले में आश्रम के संचालक डॉ बी के शर्मा सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दुष्कर्म करने वाले आरोपी चौकीदार साहब सिंह गुर्जर सहित तीन आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। देहात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह गौर ने आज यहां बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के एक अधिकारी सतीश जयंत ने कहीं से सूचना मिलने पर इस संबंध में बिलौआ थाने पहुंच कर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आश्रम संचालक डॉ बी के शर्मा, उनकी पत्नी भावना शर्मा, प्रबंधक जे पी शर्मा, डॉ विकास साहू , सुपरवाइजर रवि बाल्मीक और कंपाउडर गिर्राज बघेल को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में प्रमुख आरोपी साहब सिंह गुर्जर सहित डॉ पुष्पा मिश्रा और आश्रम में काम करने वाली बाई प्रभा यादव अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आश्रम में तीन माह से साहब सिंह एक मूक बधिर छात्रा से दुष्कर्म कर रहा था। जब छात्रा गर्भवती हो गई तो संचालक डॉ शर्मा ने उसका चुपचाप गर्भपात करवा दिया।
राजधानी में भी पिछले दिनों दो दिव्यांग आश्रमों में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। एक दिव्यांग आश्रम की चार मूक बधिर लड़कियों ने संचालक पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ के चार मामले दर्ज कराए हैं। वहीं दूसरे आश्रम के मूक-बधिर लड़के-लड़कियों ने संचालक और एक लड़के पर दुष्कर्म और अप्राकृतिक कृत्य के सात प्रकरण दर्ज कराए हैं। इन मामलों के सभी आरोपी जेल में हैं।