जयपुर। राजस्थान के अलवर में दुष्कर्म के बाद सड़क पर गंभीर हालत में मिली मूकबधिर नाबालिग लड़की की जयपुर के जेके लॉन अस्पताल में इलाज चल रहा है और अभी हालत गंभीर बताई जा रही हैं।
राज्य की बाल एवं महिला विकास मंत्री ममता भूपेश एवं सामाजिक न्याय एव अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली तथा राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता से मिले और उसके इलाज कर रहे चिकित्सकों से जानकारी ली और पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए। वे पीड़िता के परिजनों से भी मिलकर उन्हें बेहतर इलाज का भराेसा दिलाया।
बेनीवाल ने मीडिया को बताया कि बालिका की हालत गंभीर हैं और चिकित्सक उसका ऑपरेशन कर रहे हैं और चिकित्सकों ने विश्वास दिलाते हुए बताया कि एक-दो घंटे में ऑपरेशन के बाद उसकी हालत के बारे में बताया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों को कहना है कि बालिका को पूरी तरह ठीक होने में करीब छह महीने लग सकते हैं।
बेनीवाल ने बताया कि उन्होंने अलवर पुलिस अधीक्षक से भी बात की और बालिका की हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि बाल आयोग एक टीचर को नियुक्त करेगा जो बालिकिा के ठीक होने पर उससे संवाद कर सके और मूक बधिर बालिका की बात समझी जा सके।
उल्लेखनीय है कि अलवर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक पूलिया पर यह बालिका गंभीर अवस्था में मिली थी। अज्ञात आरोपी दुष्कर्म के बाद इसे पुलिया पर फैंक गए।
मीणा घायल बालिका से मिलने पहुंचे जेके लोन अस्पताल
राजस्थान में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज जेके लोन अस्पताल जाकर दुष्कर्म पीड़ित एवं गंभीर रूप से घायल बालिका से मिले और परिजनों से घटना के बारे में जानकारी ली।
मीणा ने बताया कि अस्पताल प्रशासन बालिका की पूरी देखरेख कर रहा है और बालिका खतरे से बाहर है। उन्होंने बालिका का संपूर्ण उपचार निशुल्क करने और परिजनों के रहने व खाने पीने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस दौरान जेके लोन अस्पताल का निरीक्षण कर कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में तैयारियों की जानकारी ली और अस्पताल प्रशासन को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए।
मीणा ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए जेके लोन अस्पताल में सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अस्पताल में वर्तमान में 246 निकू, 110 पीकू व 110 आईसीयू बेड उपलब्ध है।
मीणा ने इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में वर्तमान में दो लिक्विड व एक ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट चालू है, जिससे प्रतिदिन 2 हजार से ज्यादा सिलेंडर भरे जा सकते हैं। साथ ही 225 से ज्यादा सिलेंडर ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट से मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जेके लोन अस्पताल में 150 से ज्यादा वेंटीलेटर्स भी है। उन्होंने कहा कि 774 बेड की क्षमता वाला अस्पताल कोरोना की लहर से बचाव करने के लिए पूरी तरह तैयार है।