मुंबई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में शनिवार को पनडुब्बी खंडेरी नौसेना के बेड़े में शामिल हो गई है। पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी के बेड़े में शामिल होने से नौसेना को बड़ी ताकत मिली है।
आईएनएस खंडेरी पनडुब्बी को नौसेना को सौंपने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को समझना चाहिए कि आज हमारी सरकार के मजबूत संकल्प से आईएनएस खंडेरी के बेड़े में शामिल होने के बाद नेवी की क्षमता बढ़ गई है। अब भारत पाकिस्तान को पहले से बड़ा झटका देने में सक्षम है।
आईएनएस खंडेरी भारत की दूसरी स्कार्पियन-वर्ग की मारक पनडुब्बी है, जिसे पी-17 शिवालिक वर्ग के युद्धपोत के साथ नौसेना में शामिल किया गया। आईएनएस खंडेरी के नौसेना में शामिल होने से नौसेना की क्षमता में कई गुणा इजाफा होगा।
आईएनएस खंडेरी में 40 से 45 दिनों तक सफर करने की क्षमता है। खंडेरी को नौसेना में शामिल करने के बाद सिंह ने कहा कि अब 26/11 जैसी साजिश कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि खंडेरी नाम ‘स्वॉर्ड टूथ फिश’ से प्रेरित है, जो समुद्र के तल के करीब पहुंचकर शिकार करने के लिए जानी जाने वाली एक घातक मछली है।
मुंबई के समुद्र तट की रक्षा के लिए नौसेना की दूसरी सबसे अत्याधुनिक पनडुब्बी में तट पर रह कर करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित दुश्मन के जहाज को नष्ट करने की क्षमता है। समुद्र की गहराई में दो साल के परीक्षण के बाद खंडेरी को नौसेना को सौंपा गया है।
खंडेरी भारतीय समुद्री सीमा की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। यह पनडुब्बी पानी से किसी भी युद्धपोत को नष्ट करने की क्षमता रखती है। इसी के साथ देश में निर्मित यह पनडुब्बी एक घंटे में 35 किलोमीटर की दूरी आसानी से तय कर सकती है।