सबगुरु न्यूज-सिरोही। प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया की लेट लतीफी ने सोमवार को दूसरी बार जिले के जालोर बॉर्डर से लेकर गुजरात बॉर्डर तक के लोगों को परेशान किया।
इससे पहले सिरोही में तहसील कार्यालय के लोकार्पण समारोह के दौरान भी इसी तरह करीब एक घण्टे की देरी से पहुंचे थे। इनसे पहले भाजपा शासन में जिले के प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी भी अपनी लेट लतीफी के लिए इसी तरह विख्यात थे।
-पर्यटन की आदत राजेन्द्र राठौड़ जैसी
प्रभारी मन्त्री प्रमोद जैन भाया की लेटलतीफी के अलावा एक और आदत है जो सिरोही के एक और पूर्व प्रभारी मंत्री से मिलती है। वो है पर्यटन की। राजेन्द्र राठौड़ जिले में आते ही माउंट आबू में प्राकृतिक पर्यटन करने के बाद या पहले मीटिंग करते थे। कांग्रेस उस दौरान इसे हमेशा मुद्दा बनाती थी।
दो बार की स्थिति से तो ये ही सन्देश जा रहा है कि गहलोत सरकार के वर्तमान प्रभारी मंत्री धार्मिक पर्यटन को मीटिंग और सभाओं तरजीह दे रहे हैं। पिछले दौरे में जिले में एक दिन पहले पहुंच जाने के बाद भी जालोर और सिरोही के धार्मिक स्थलों के पर्यटन के कारण वे तहसील कार्यालय के लोकार्पण में देरी से पहुंचे। इस बार भी जो राजकीय कार्यक्रम आया है उसके अनुसार वे नाकोड़ा जी से सिरोही पहुंचने का लिखा है।
-मेर मण्डवाड़ा से ही देरी
प्रभारी मंत्री को सिरोही में सबसे पहले मेर माण्डवाड़ा में पीएचसी का लोकार्पण करना था। जालोर जिले की सीमा पर स्थित इस गांव में प्रभारी मंत्री करीब एक घण्टा देरी आए पहुंचे। यही देरी सिरोही जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय अधिकारियों की मीटिंग में भी रही। फिर माउंट आबू पहुंचते पहुंचते तो रात के नौ बजे गई। यहां नगर पालिका में निर्माण सामग्री के लिये एकल खिड़की का उदघाटन रात 7 बजे की बजाय सवा नौ बजे शुरू हो सका। कार्यक्रम खत्म होते होते रात सवा दस बज गए।