नयी दिल्ली | दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को सदन में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर अध्यक्ष राम निवास गोयल ने शुक्रवार को उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा को सदन में अवरोध उत्पन्न करने पर आज पूरे दिन की कार्यवाही के लिए निलंबित किया गया जबकि पार्टी के अन्य दो विधायक ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान ने विरोध में बहिर्गमन किया।
दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन था। सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई गुप्ता की अगुवाई में भाजपा के विधायकों ने केंद्र के जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधान को हटाये जाने पर ‘धन्यवाद प्रस्ताव’ लाने की मांग की लेकिन अध्यक्ष ने इसे राष्ट्रीय मसला बताते हुए चर्चा की अनुमति नहीं दी।
गोयल ने कहा, “ यह राष्ट्रीय मुद्दा है न कि विधानसभा का मसला। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान को हटाने के केंद्र के कदम का पहले ही समर्थन कर चुके हैं।”
अध्यक्ष की इस व्यवस्था पर भाजपा के सदस्यों ने सदन में अवरोध पैदा करने का प्रयास किया। अध्यक्ष के बार-बार शांत होने के बावजूद भाजपा के सदस्य शांत नहीं हुए। इस पर गोयल ने विपक्ष के नेता को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया। मानसून सत्र से निलंबित किए जाने के बाद गुप्ता और भाजपा के अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर विरोध किया और केजरीवाल की नाम पट्टिका पर तख्ती चिपका दी।
मुख्यमंत्री की नाम पट्टिका पर चिपकायी गई तख्ती पर लिखा था,“ जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधान को हटाने के ऐतिहासिक फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री को बधाई देने से क्यों बच रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग की फाइल छिपा दी है। केजरीवाल की 370 पर समर्थन बनावटी हंसी है।” गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, “पूरे सत्र के लिए विपक्ष के नेता को निलंबित कर देना अच्छा तरीका नहीं है।”