नई दिल्ली। दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में जिस बैग फैक्ट्री आग लगी थी उसमें बिहार के समस्तीपुर जिले के एक ही गांव के 15-16 लड़के काम करते थे जिनकी खैरियत की जानकारी परिजनों और रिश्तेदारों को दोपहर बाद तक नहीं मिल पाई थी।
इन लड़कों के बारे में अपराह्न डेढ़ बजे तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी। बेगूसराय जिले के सनाउल्लाह ने बताया कि समस्तीपुर जिले के हेरपुर गांव निवासी उसकी बुआ का लड़का साजिद उसी फैक्ट्री में काम करता था जिसका हादसे के बाद से कोई पता नहीं चला है।
सनाउल्लाह ने बताया कि हेरपुर गांव के करीब 15 लड़के इसी बैग फैक्ट्री में काम करते थे जिनकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। सनाउल्लाह बेगूसराय जिले के बड़ी जाना गांव का निवासी है।
गौरतलब है कि सुबह बैग फैक्ट्री और पड़ोस की दो अन्य फैक्टरियों में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार इस हादसे में झुलसे और घायल 53 लोगों को यहां के लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल लाया गया था जिनमें से 34 की मौत हो गई। लेडी हार्डिंग अस्पताल में 10 लोग भर्ती कराए गए थे जिनमें से नौ की मौत हो गई थी। एक झुलसे व्यक्ति को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।